पीएसीएल चिटफंड पीड़ित निवेशकों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया
प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की वायदाखिलाफी का शिकार हुए पीडि़त निवेशकों का गुस्सा रविवार को फूटा तथा उन्होंने शहर में अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करते हुए सरकार से अपनी ही जमा पूंजी वापिस दिलवाए जाने की भीख मांगी। इसके उपरांत पत्रकारों के माध्यम से मांगपत्र सौंपा तथा पत्रकारों के माध्यम से सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया।
भिवानी || अपनी जमा पूंजी दिलाए जाने की मांग को लेकर पीएसीएल चिट फंड कम्पनी पीड़ित निवेशकों ने रविवार को पूरे देश भर में जिला मुख्यालय पर सडक़ों पर उतरकर रोष प्रदर्शन किया। उनके द्वारा अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया गया तथा अपनी ही जमा पूंजी के लिए मांगी सरकार से भीख। उन्होंने मीडिया को ज्ञापन पत्र सौंपकर अपनी पीड़ा बताई। उनके द्वारा बर्ड्स एक्ट के तहत कार्यालय खोले जाने की मांग भी की गई।
इस मौके पर उन्होंने कहां की उच्चतम न्यायालय के आदेशों के बावजूद भी 8 वर्षो से पीडि़त निवेशकों के हाथ खाली हैं और जमा पूंजी मिलने की आंस में पांच लाख नागरिक एवं 1200 सैनिक काल का ग्रास बन चुके हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से अपनी ही जमा पूंजी वापिस लेने की मांग को लेकर दर-दर भटक रहे। पीएसीएल सहित आदर्श कॉपरेटिव सोसायटी, सहारा इंडिया, किमफ्यूचर विजन, नैट कर्मिशियल इस्टेट, जय हिंदिया इसोपी प्राईवेट कंपनी, गौपैथी स्वदेशी उद्योग, विनायक होम रियल इस्टेट, सर्वहित हाऊसिंग इनफैक्चर लिमिटेड, ब्लॉक बुस्टर, कल्पतरूर, के इंडिया समृद्धि जीवन सहित अन्य चीटफंड कंपनियों के लालच व भ्रष्टाचार के बाद प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की वायदाखिलाफी का शिकार हुए पीडि़त निवेशकों का गुस्सा रविवार को फूटा तथा उन्होंने शहर में अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करते हुए सरकार से अपनी ही जमा पूंजी वापिस दिलवाए जाने की भीख मांगी। इसके उपरांत पत्रकारों के माध्यम से मांगपत्र सौंपा तथा पत्रकारों के माध्यम से सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया। इससे पहले पीडि़त निवेशकों ने स्थानीय हुडा पार्क में बैठक भी आयोजित की।
ऑल इंंडिया इन्वेस्टर आर्गेनाईजेशन के जिला प्रधान रामजस ने कहा कि वे करीबन 8 वर्षो से अपनी जमा पूंजी वापिस लेने की मांग को लेकर दर-दर भटकने को मजबूर है, लेकिन उन्हे आश्वासन की बजाए कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि पत्रकार को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है तथा आमजन की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाना पत्रकारों का कर्तव्य भी है। इसीलिए उन्होंने पत्रकारों को मांगपत्र सौंपकर सरकार तक अपनी मांग पहुंचाई है, ताकि जल्द से जल्द समाधान करवाया जा सकें। उन्होंने कहा कि अलग-अलग चीटफंड कंपनियों ने देश के 42 करोड़ ग्राहकों को हजारों करोड़ों रूपये की चपत लगाने का काम किया है। जिसमें अकेले पीएसीएल देश भर के करीबन 6 करोड़ ग्राहकों को लगभग हजार 100 करोड़ रूपये की चपत लगाकर रफूचक्कर हो गई। इनमें भिवानी जिला से लगभग 800 करोड़ रूपये की चपत करीबन दो लाख लोगों को लगी है। जिसके बाद से वे लगातार अपनी जमा पूंजी वापिस लेने की मांग को लेकर भटक रहे है। यहां तक कि वर्ष 2016 में उच्चतम न्यायालय ने पीडि़त निवेशकों को उनकी जमा पूंजी वापिस दिलवाए जाने के आदेश दिए है, उसके बाद भी पीडि़त निवेशकों के हाथ खाली है।
उन्होंने कहा कि अपनी जमा पूंजी के इंतजार में लगभग आठ वर्षो के दौरान देश के लगभग पांच लाख नागरिक एवं 1200 सैनिक आत्महत्या कर चुके है। उन्होंने कहा कि निवेशकों ने अपने परिवार के सुखद भविष्य की सोच के साथ रूपया निवेश किया था, लेकिन इन चीट फंड कंपनियों ने उनके बच्चों के भविष्य को ही दांव पर लगा दिया। मांगपत्र के माध्यम से पीडि़त निवेशकों ने भिवानी में बर्ड्स एक्ट-2019 के तहत कार्यालय खोले जाने की मांग भी, ताकि पीडि़त निवेशक अपना रूपया वापिस लेने के लिए अपने दस्तावेज जमा करवा सकें।