टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के डायरेक्टर टीएल सत्यप्रकाश के खिलाफ जांच के आदेश
जेएमडी बिल्डर पर आरोप है कि उसने 900 से ज्यादा यूनिट होल्डर के साथ धोखाधड़ी और ठगी को अंजाम दिया है। जिस मामले में एक बुजुर्ग महिला ने अदालत में याचिका लगाई थी। महिला ने बताया था कि उसने 12वीं मंजिल पर एक यूनिट खरीदी थी लेकिन जेएमडी बिल्डर ने 13वी मंजिल पर उसको यूनिट दी जिसका एरिया भी काम है। इसी शिकायत पर अदालत में सुनवाई चल रही है।
गुरुग्राम || ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट मिलने के बाद फ्लोर प्लान बदल दिए जाने और व्यावसायिक संपत्ति में यूनिट खरीदने वालों के साथ धोखाधड़ी किए जाने के मामले में अदालत ने टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के डायरेक्टर टीएल सत्य प्रकाश के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो के एसपी अब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के बाद डायरेक्टर टीएल सत्य प्रकाश के खिलाफ जांच करेंगे और जांच की रिपोर्ट 12 सितंबर तक मेजिस्ट्रेट अनिल कुमार यादव की अदालत को सौंपेंगे। दरअसल गुरुग्राम के जेएमडी बिल्डर ने सोहना रोड पर जेएमडी मेगापोलिस नाम से बिल्डिंग का निर्माण कर रखा है। बिल्डिंग में स्वीकृत भवन योजना के अनुसार जो प्लान बनाया गया था उसमें OC मिलने के बाद फ्लोर प्लान बदल दिया गया। जिसको लेकर अदालत में सुनवाई चल रही है। इसी मामले में सुनवाई करते हुए अदालत ने ये आदेश जारी किए हैं। जेएमडी बिल्डर पर आरोप है कि उसने 900 से ज्यादा यूनिट होल्डर के साथ धोखाधड़ी और ठगी को अंजाम दिया है। जिस मामले में एक बुजुर्ग महिला ने अदालत में याचिका लगाई थी। महिला ने बताया था कि उसने 12वीं मंजिल पर एक यूनिट खरीदी थी लेकिन जेएमडी बिल्डर ने 13वी मंजिल पर उसको यूनिट दी जिसका एरिया भी काम है। इसी शिकायत पर अदालत में सुनवाई चल रही है।
आरोप है की टीएल सत्यप्रकाश जो इस समय DTCP के पद पर तैनात हैं, JMD मेगापोलिस के बिल्डर सुनील बेदी को सजा से बचाने के लिए अपने पद का दूरूपयोग करते हुए 2023 में 3 जनवरी को गैर कानूनी रूप से एक पत्र जारी किया। वकील का आरोप है ये पत्र बिल्डर को बचाने के लिए टीएल सत्य प्रकाश के द्वारा जारी किया गया था। जिस पर अदालत ने अब उसके मध्यनजर रखते हुए टीएल सत्यप्रकाश के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।