जींद में किसानों के साथ- साथ रेलवे के निजीकरण के विरोध ने पकड़ी रफ्तार...
प्रदेश में जहां किसान तीन अध्यादेश के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है और युवा रोजगार के लिए आवाज उठा रहा है वहीं दूसरी तो सरकार के सामने एक और चुनौती है कि एनआरएमयू ने रेलवे का पूरी तरह से चक्का जाम करने की चुनौती दे दी है |
जींद (परमजीत पवार) || प्रदेश में जहां किसान तीन अध्यादेश के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है और युवा रोजगार के लिए आवाज उठा रहा है वहीं दूसरी तो सरकार के सामने एक और चुनौती है कि एनआरएमयू ने रेलवे का पूरी तरह से चक्का जाम करने की चुनौती दे दी है और वही सरकार द्वारा किए जा रहे रेलवे के निजीकरण के विरोध में एनआरएमयू ने और रेलवे कर्मचारियों ने आज दिन में बाइक रैली निकाली और कल जिले में मशाल जुलूस निकालेंगे और फिर 19 तारीख को काले बिल्ले लगाकर निजीकरण का विरोध करेंगे |
एनआरएमयू के प्रेजिडेंट राजबीर सिंह ने कहा कि सरकार जो कोरोना की आड़ में रेलवे का निजी करने जा रही है वह बहुत गलत है और इसका एनआरएमयू पूरी तरह से विरोध करता है रेलवे के निजी करण से युवा बेरोजगार हो जाएगा जो सरकार कोरोना की आड़ में रेलवे को घाटे में बता रही है वह सरासर झूठ बोल रही है हमने खुद रिकॉर्ड तैयार करके सरकार को सौंपा है रेलवे इसमें घाटे की बजाय फायदे में रहा है क्योंकि लोक डाउन के दौरान भी माल गाड़ी पूरी तरह से चलती थी और वहीं एनआरएमयू के प्रेसिडेंट राजवीर सिंह ने कहा कि अगर सरकार फिर भी नहीं मानती है तो हम युवा किसान और व्यापारियों के साथ मिलकर रेलवे का चक्का जाम करेंगे ।