'50 करोड़ की संपत्ति के लिए मुझे मेरे भाई ने पीटा...' राजघराने की बेटी जयति सिंह ने लगाया आरोप
चरखारी स्टेट राजघराने का संपत्ति विवाद सड़क पर आ गया है। 50 करोड़ की चल अचल संपत्ति के विवाद को लेकर राजा ने अपनी ही बहन के साथ न केवल मारपीट कर दी बल्कि जबरन दान पत्र लिखवाने का दबाब बनाने का भी आरोप लगाया है। चरखारी के महाराज की मौत के बाद से परिवारिक कलह अब सड़क पर आ गई है।
महोबा || बुंदेलखंड का कश्मीर कहे जाने वाली चरखारी स्टेट आए दिन चर्चा में बनी रहती है. लेकिन अबकी बार राजघराने का आपसी विवाद सड़क पर आने से मामला कोतवाली तक जा पहुंचा है। एक तरफ सगी बहन ने चरखारी के राजा पर संपत्ति के लिए उसके साथ मारपीट करने और जबरन दान पत्र लिखवाने का गंभीर आरोप लगा डाला तो वहीं दूसरी तरफ राजमाता ने अपनी ही बेटी पर उसके साथ अभद्रता और मारपीट करने का आरोप लगाया है। महोबा पुलिस अधीक्षक की चौखट पर पहुंची चरखारी राजघराने की बेटी ने अपने ही सगे भाई जयराज सिंह और राजमाता उर्मिला से मिली प्रताड़ना के चलते पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगा रही है। जयति बताती है कि उसके पिता जयंत सिंह जूदेव चरखारी स्टेट के महाराज थे। जिनकी मृत्यु के बाद से परिवार में संपत्ति को लेकर शुरू से ही कलह चला आ रहा है। महाराज की मौत के बाद दोनों पुत्र जयसिंह और जयराज सिंह के बीच पूर्व में भी संपत्ति विवाद का मामला सामने आया था जिसके बाद जय सिंह अपने पूरे परिवार के साथ न्यूजीलैंड में जाकर बस गए जबकि छोटा भाई जयराज सिंह चरखारी के ही रावबाग महल में परिवार के साथ निवास करता है।
इसी महल के एक हिस्से में पीड़िता जयति सिंह भी निवास करती है। आरोप है कि पारिवारिक बंटवारे में जयति सिंह के हिस्से 50 करोड़ की चल-अचल संपत्ति आई है लेकिन पीड़िता बताती है कि उसका सगा छोटा भाई राजा जयराज सिंह संपत्ति में अधिकार नहीं दे रहा और जबरन राजमाता उर्मिला के साथ मिलकर उसकी संपत्ति को दान पत्र में लिखवाने का दबाव बना रहा है। इसी बात को लेकर बीते दिनों विवाद हुआ था और इस विवाद के दौरान राजमाता उर्मिला के सामने ही भाई जयराज सिंह ने अपनी बहन को मारना पीटना शुरू कर दिया था. राजघराने में संपत्ति के लिए हुई मारपीट का मामला अब कोतवाली में पहुंचा है। जहां दोनों ही पक्ष एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देकर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। जबकि पीड़िता जयति सिंह बताती है कि मैं महाराज जयंत सिंह जूदेव की सबसे बड़ी संतान है और उसके बाद उसके दो भाई जय सिंह और जयराजसिंह हैं। इसमें जयराज सिंह समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ है और उस पर अकसर अपनी बहन को प्रताड़ित करने जा आरोप लग रहा है। 50 करोड़ की संपत्ति के लिए उसे मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी जा रही है। जिससे वह पुलिस अधीक्षक को पूरे मामले से संबंधित प्रार्थना पत्र देने पहुंची और अपना दर्द बयां किया है।