दिल्ली में मानसून के बाद होने वाली बीमारियों को लेकर एमसीडी ने लोगों को जागरूक किया
इस जागरूकता कार्यक्रम के दौरान म्युनिसिपल हेल्थ ऑफिसर (MHO) जोनल डिप्टी हेल्थ ऑफिसर (DHO) सहित एमसीडी के कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को लेकर ना सिर्फ लोगों को जागरूक करने का काम किया बल्कि साथ ही उन्होंने सभी को इसके उपाय भी सांझा किए.
रोहिणी || राजधानी दिल्ली में मॉनसून के बाद होने वाली जलजनित बीमारियों से निपटने के लिए प्रशासन ने अभी से ही कमर कास ली है. प्रशासन इसको लेकर अभी से ही तैयारियों में जुट गया है. प्रशासन द्वारा विशेषरूप से अभी से ही लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है. एमसीडी द्वारा जागरूकता कार्यक्रम की इसी फेहरिस्त में दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 3 में डेंगू, मलेरिया जैसी जलजनित बीमारियों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. एमसीडी के रोहिणी निगम जोन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आमजन को जागरूक करने के मकसद से विशेषरूप से आरडब्ल्यूए को फोकस करते हुए रोहिणी जोन के अंतर्गत आने वाले विभिन्न आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों को बुलाया गया. इस जागरूकता कार्यक्रम के दौरान म्युनिसिपल हेल्थ ऑफिसर (MHO) जोनल डिप्टी हेल्थ ऑफिसर (DHO) सहित एमसीडी के कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को लेकर ना सिर्फ लोगों को जागरूक करने का काम किया बल्कि साथ ही उन्होंने सभी को इसके उपाय भी सांझा किए. इस दौरान इन बीमारियों को लेकर जागरूकता फैलते हुए समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों को एमसीडी द्वारा सम्मानित भी किया गया. साथ ही निगम के अधिकारियों द्वारा सभी क्षेत्रवासियों से आस पास स्वच्छ वातावरण बनाए रखने की भी अपील की.
गौरतलब है कि हर साल मॉनसून के बाद दिल्ली में जलजनित बीमारियों की समस्या आमतौर पर देखने को मिलती है. हालांकि इसको लेकर हर बार प्रशासन द्वारा लोगों के बीच जागरूकता फ़ैलाने के लिए भरसक प्रयास किए जाते हैं, लेकिन बावजूद इसके दिल्ली में जलजनित बीमारी की खबरें सामने आ ही जाती है. ऐसे में देखना लाजमी होगा कि एमसीडी द्वारा समय से पहले शुरू किए गए इस जागरूकता अभियान का दिल्ली और दिल्लीवासियों पर कितना असर पड़ता है, और मॉनसून के बाद दिल्ली के आंकड़ों में कितना असर देखने को मिलता है.