सोने के पानी से बनी भगवान श्री कृष्ण की पेंटिंग को आर्डर पर करते है तैयार!

कुरुक्षेत्र || शिल्पकार दलीप कोठारी ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में अपनी पेंटिंग और एम्ब्रोज वर्क को रखा है। इस बार एनजेडसीसी की तरफ से प्राईम लोकेशन पर स्टॉल उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों से गीता महोत्सव में आ रहे है। इस महोत्सव में दूर-दराज से आने वाले पर्यटक उनके वेल्वेट पर ऑयल कलर से बनी पेंटिंग्स को बहुत पसंद करते है।

कुरुक्षेत्र || शिल्पकार दलीप कोठारी ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में अपनी पेंटिंग और एम्ब्रोज वर्क को रखा है। इस बार एनजेडसीसी की तरफ से प्राईम लोकेशन पर स्टॉल उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों से गीता महोत्सव में आ रहे है। इस महोत्सव में दूर-दराज से आने वाले पर्यटक उनके वेल्वेट पर ऑयल कलर से बनी पेंटिंग्स को बहुत पसंद करते है। अपने 35 सालों के अनुभवों को पर्यटकों के लिए पेंटिंग पर उकेरने का काम करते है। इस महोत्सव में कुरुक्षेत्र और महाभारत से जुड़ी यादों को अपनी पेंटिंग्स में उकेरने का प्रयास किया है। इन प्रयासों में सोने के पानी से बनी भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की पेंटिंग्स से सबसे अलग है | इस पेंटिंग की कीमत 3 हजार रुपए रखी गई है।

उन्होंने कहा कि बीए द्वितीय वर्ष के दौरान पढ़ाई से मोह भंग होने के बाद परिजनों ने शिल्पकला की तरफ मोड़ दिया और तब से पूरे मन और चाव के साथ साथ कमर्शियल आर्ट की तरफ विशेष फोकस रखा। तब से लेकर आज तक केवल चाहवानों के लिए ऑयल पेंटिंग बनाने का काम कर रहे है। उनकी पेंटिंग के पूरे देश में कद्रदान है और कई बार आर्डर पर सोने के पानी से बनी पेंटिंग बनवाते है, इन पेंटिंग की कीमत साईज के हिसाब से रखी जाती है, यह कीमत 35 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक भी हो सकती है। इस महोत्सव में एम्ब्रोज वर्क की कीमत 650 रुपए रखी गई है, यह वर्क घर की शोभा में चार चांद लगाने का काम करता है। हालांकि दूसरी वेल्वेट पर बनी पेंटिंग की कीमत 650 रुपए से लेकर 1 हजार रुपए तक की है।