भारतीय सेना की वर्दी में सीएम विंडो के बाहर आंसू बहा रहा जवान...
भारतीय सेना का एक जवान जोकि रादौर के गांव सढूरा का रहनेवाला वाला है।भारतीय सेना का जवान सेना की वर्दी में यमुनानगर सीएम विंडो के बाहर बेबसी और मजबूरी के आंसू बहा रहा था। जो फुलादी दिल देश के बड़े से बड़े दुश्मनों से सीधी टक्कर लेने से भी नहीं घबराता भला आज उसमें आत्महत्या जैसे ख्याल क्यों पनपने लगे है ? मुख्यमंत्री को भेजी गई इस सैनिक की शिकायत में आरोप है कि जब वह ड्यूटी पर था तो उसके ससुराल वालों ने उसकी पत्नी की हत्या कर दी या फिर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। उसे मौत की सूचना दिए बगैर उसका दाह संस्कार भी कर दिया गया। इतना ही नहीं उसके बूढ़े मां बाप और अलग रह रहे भाई के खिलाफ झूठी पुलिस में एफआईआर दर्ज करवा दी गई। उसकी एक छोटी बेटी भी है उसे भी ससुराल वालों ने अपने कब्जे में रखा हुआ है और अब वह लोग केस वापिस करने के बदले इससे 15 लाख रूपओं की मांग कर रहे है। फौजी ने रुंधे गले से गुहार लगाते हुए कहा कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगा।
यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय) || सीने पर भारतीय सेना की वर्दी, दिल में जीवन साथी को खो देने का दर्द और आंखों में सैकड़ों सवाल लिए बीकानेर में भारत पाकिस्तान के पुगल बॉर्डर पर पोस्टेड 180 आर्म्ड ब्रिगेड सिग्नल कम्पनी का यह जवान रणदीप सिंह यमुनानगर सीएम विंडो पर इंसाफ की गुहार लगाने पहुंचा हैं। इनकी माने तो करीब छह साल पहले इसकी शादी घरौंडा में हुई थी। शादी के बाद इनके घर एक बेटी ने भी जन्म लिया। मगर इसके लालची ससुर छोटी-छोटी बात को लेकर इनके घर में दखल देते रहते थे। जब भी यह ड्यूटी पर जाते वह इनकी पत्नी को घर से ले जाते जिसे वह छुट्टी पर घर जाते हुए अपने साथ ले आता था।
एक दिन जब रणदीप ड्यूटी पर थे और इनकी धर्मपत्नी अपने मायके गई हुई थी तो इन्हें रिश्तेदारों से पता चला कि इनकी पत्नी की मौत हो चुकी है। यह आनन-फानन में ससुराल पहुंचे तो इनके पहुंचने से पहले ही इनकी पत्नी का संस्कार कर दिया गया था। यही नहीं इन्हें जरूरी रस्म क्रियाएं भी नहीं अदा करने दी गई। आज रणदीप ने सीएम विंडो पर इंसाफ की मांग करते हुए शिकायत दी कि ससुराल वालों ने पहले इनकी पत्नी की हत्या कर दी फिर उल्टा इसके परिवार पर ही झूठा मामला दर्ज करवा दिया। इसकी छोटी बेटी की भी जिंदगी बर्बाद की जा रही हैं। जो ससुराल वालों के कब्जे में है अब ससुर केस वापिस लेने के एवज में 15 लाख रुपयों की मांग कर रहा है। रणदीप ने रुंधे गले से बोला कि अगर उसके ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया और उनके झूठे केस रद्द नहीं किए गए तो वह आत्महत्या कर लेगा।
रणदीप की माने तो उसके बूढ़े मां बाप शुरू से अलग रहते है और भाई 14 सालों से दिल्ली रहता है ऐसे में उनके खिलाफ झूठा केस दर्ज करवाना सरासर अन्याय है। रणदीप ने बताया कि उसकी पत्नी भी उसके साथ खुश थी मगर वह अपने लालची पिता के आगे मजबूर थी। तंग आकर उसने कोर्ट में घर बसाने का दावा भी डाला हुआ था जिसके सम्मन पत्नी द्वारा स्वीकार कर लिए गए थे, और इस बात को लेकर भी उसके पिता ने उसे बहुत डांट फटकार लगाई थी। यही नहीं उसके पिता ने पुलिस में दहेज की झूठी शिकायत भी दी थी जो जांच में झूठी पाई गई थी। रणदीप अपनी बच्ची को लेकर हर पल चिंता में घिरा रहता है वह हर माह अपनी बेटी के लिए सेविंग भी कर रहा है सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अब तक वह 70 हज़ार रुपए जमा करवा चुका है। इसके अलावा उसने एक लाख रुपयों की एफडी भी करवाई हुई है।
अपनो से इंसाफ की जंग लड़ रहा यह फौजी अब तक हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री, सीएम विंडो, आईजी करनाल रेंज, एसपी करनाल, एसपी यमुनानगर के दरबार में इंसाफ की गुहार लगा चुका हैं। और अपनी पत्नी की मौत की जांच करवाने और बेटी का अधिकार पाने के लिए शासन व प्रशासन के ना जाने कितने दरवाजों पर दस्तक दे चुका हैं। मगर फिलहाल तक इसके हाथ निराशा के सिवाए कुछ नही लगा हैं।