राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुआ जवान अंकित
अंकित 2019 में आर्मी में भर्ती हुआ था। अंकित की शादी 6 महीने पहले ही हुई थी। अंकित के पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। अंकित की मां अपने दो बेटों के साथ गांव में ही खेती-बाड़ी का काम करके गुजर बसर करती थी। 2019 में आर्मी में भर्ती होने के बाद अंकित ने अप्रैल 2023 में प्रीति से शादी की प्रीति भी वेटलिफ्टिंग की खिलाड़ी है और सैकड़ो मेडल जीत चुकी है।
रोहतक || लेह लद्दाख में हादसे में शहीद हुए रोहतक जिले के गद्दी खेड़ी के अंकित का पार्थिव शरीर आज पैतृक गांव में लाया गया और उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीणों के साथ-साथ नेता व अधिकारी भी अंकित के अंतिम संस्कार में पहुंचे। अंकित राफ्टिंग का भी खिलाड़ी था और 3 दिन पहले राफ्टिंग के लिए लेह लद्दाख में साथियों के साथ जा रहा था तभी हादसे का शिकार हुए ट्रक में 9 जवान शहीद हो गए थे। जिसमें से रोहतक जिले के गद्दी खेड़ी का अंकित भी था। अंकित 2019 में आर्मी में भर्ती हुआ था। अंकित की शादी 6 महीने पहले ही हुई थी। अंकित के पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। अंकित की मां अपने दो बेटों के साथ गांव में ही खेती-बाड़ी का काम करके गुजर बसर करती थी। 2019 में आर्मी में भर्ती होने के बाद अंकित ने अप्रैल 2023 में प्रीति से शादी की प्रीति भी वेटलिफ्टिंग की खिलाड़ी है और सैकड़ो मेडल जीत चुकी है। जहां अंकित का सपना था की देहात में होने के बावजूद भी उसकी पत्नी खेल में मेडल जीत कर देश का नाम रोशन करें वहीं अंकित देश की सेवा फौज में रहकर करना चाहता था। आज अंकित का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में आया और राजकीय सम्मान के साथ अंकित का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ नेताओं ने भी शिरकत की और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शहीद अंकित की पत्नी प्रीति का कहना है कि 6 महीने पहले अंकित के साथ हुई थी। उन्होंने बताया कि वह वेट लिफ्टिंग की खिलाड़ी है और वह खेलना चाहती थी। अंकित ने उसे सपोर्ट किया लेकिन तीन दिन पहले ही अंकित से फोन पर बात हुई थी और जल्द आने की बात कही थी। लेकिन अंकित उसका साथ छोड़ गया। प्रीति ने यह भी बताया कि उसका पति देश के काम आया है और शहीद हुआ है इसलिए उन्हें गर्व है। उन्होंने बताया कि उन्हें दुख जरूर है लेकिन वह अपने पति की जगह फौज में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहती है।
वहीं दूसरी और अंकित की मां का कहना है कि उसके दो बेटे थे। एक बेटा मां की गोदसोनी कर दूसरी मां की गोद में चला गया है लेकिन उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। वहीं दूसरी ओर सूबेदार अजय कुमार का कहना है कि देश पर शहीद होने का मौका हर किसी सिपाही को नहीं मिलता। आज का दिन गर्व करने का दिन है। लेकिन अंकित की कमी हमेशा रहेगी। उन्होंने बताया कि अंकित राफ्टिंग का खिलाड़ी था और काफी मेडल जीत चुका था। इसलिए उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि मिलिट्री की तरफ से जो सुविधा होगी वह परिजनों को दी जाएगी।