भाई को बचाने के चक्कर में दूसरा भी नहर में डूबा, दोनों की मौत

सूट लेकर वापस लौटते समय नहर में नहाते समय एक भाई का पैर फिसल गया तो दूसने ने भी छलांग लगादी। देर रात तक उनके घर न लौटने पर परिजन उनकी तलाश में घर से निकले। तो उन्हें किनारे पर सूट पड़ा मिला। इसके बाद उन्होंने नहर में डूबने की आशंका से बरसाना नहर को बंद करवाया और उनकी तलाश की।

चरखी दादरी || मां का सूट लेकर घर लौट रहे गांव अटेला नया निवासी दो सगे भाइयाें की इंदिरा कैनाल नहर में डूबने से मौत हो गई। रविवार रात दोनों के शव नहर से बरामद हुए और उन्हें सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया। बताया गया कि एक भाई शव जाल में फंसा तो दूसरे का कीचड़ में धंसा मिला। दोनों नौवीं कक्षा के छात्र थे। पुलिस ने मृतकों के परिजनों के बयान पर इत्तफाकिया मौत संबंधी कार्रवाई की है। वहीं डीएसपी देशराज भी सिविल अस्पताल में पहुंचे और परिजनों से बात की।

जानकारी के अनुसार गांव अटेला नया निवासी अरविंद (15) और उसका छोटा भाई अविनाश (13) नौवीं कक्षा के छात्र थे। उनका पिता संजय खेती करता है और मां गृहिणी है। उसकी मां ने साथ लगते गांव अटेला कलां में एक सूट सिलवाने के लिए दे रखा था। रविवार शाम दोनों भाई सूट लाने के लिए नहर के रास्ते से गए थे। सूट लेकर वापस लौटते समय नहर में नहाते समय एक भाई का पैर फिसल गया तो दूसने ने भी छलांग लगादी। देर रात तक उनके घर न लौटने पर परिजन उनकी तलाश में घर से निकले। तो उन्हें किनारे पर सूट पड़ा मिला। इसके बाद उन्होंने नहर में डूबने की आशंका से बरसाना नहर को बंद करवाया और उनकी तलाश की। पहले अरविंद का शव जाल में फंसा मिला। करीब आठ बजे उसके ढाई सौ मीटर दूर पर ही अविनाश का शव कीचड़ में धंसा हुआ था।

परिजन अमित कुमार व परमिंद्र ने बताया कि शायद संतुलन बिगड़ने से दोनों नहर में डूबे हैं। दोनों नौवीं कक्षा के छात्र थे और हादसे के बाद परिवार शोक में डूबा है। मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता की भी मांग उठाई। वहीं बाढड़ा थाना प्रभारी कप्तान सिंह ने बताया कि नहर में डूबने की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। शवों का दादरी के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया और कार्रवाई शुरू कर दी है।