ज्यादती होगी तो फोगाट खाप पहलवानों के पक्ष में अग्रणी भूमिका निभाएगी!

चरखी दादरी || फोगाट खाप ने जहां डब्ल्यूएफआई भंग होने पर पहलवानों को न्याय मिलने की उम्मीद बताया वहीं स्पष्ट किया कि पहलवानों के साथ ज्यादती हुई तो खाप उनके पक्ष में अग्रणी भूमिका निभाएगी। साथ ही फोगाट खाप ने सरकार से खेल फेडरेशनों के अध्यक्ष पद पर सिर्फ खिलाड़ी की नियुक्ति करने व महिला खिलाड़ियों की कोच महिला ही नियुक्त करने की मांग उठाई।

चरखी दादरी || फोगाट खाप ने जहां डब्ल्यूएफआई भंग होने पर पहलवानों को न्याय मिलने की उम्मीद बताया वहीं स्पष्ट किया कि पहलवानों के साथ ज्यादती हुई तो खाप उनके पक्ष में अग्रणी भूमिका निभाएगी। साथ ही फोगाट खाप ने सरकार से खेल फेडरेशनों के अध्यक्ष पद पर सिर्फ खिलाड़ी की नियुक्ति करने व महिला खिलाड़ियों की कोच महिला ही नियुक्त करने की मांग उठाई। खाप ने सरकार से खिलाड़ियों को सम्मान देने की गुहार लगाते हुए चेतावनी भी दी कि अन्याय होने पर बड़ा फैसला ले सकते हैं।

चरखी दादरी के स्वामी दयाल धाम पर फोगाट खाप की कार्यकारिणी मीटिंग प्रधान बलवंत नंबरदार की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में भारतीय कुश्ती संघ के चुनावों के बाद बने हालातों के साथ-साथ साक्षी मलिक द्वारा सन्याय लेने व बजरंग पूनिया द्वारा पद्मश्री लौटाने बारे मंथन किया। खाप पदाधिकारियों ने पहलवानों द्वारा लिए निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्हें अपने फैसले पर विचार करने की बात कही। खाप पदाधिकारियों ने कहा कि खिलाड़ी राजनीति की भेंट चढ़ रहे हैं। जहां साक्षी मलिक को खून के आंसू रोने पर मजबूर होना पड़ा वहीं न्याय की उम्मीद छोड़ चुके बजरंग पूनिया को पदमश्री वापस लौटाना पड़ा। खाप हरियाणा के खिलाड़ियों के सम्मान व न्याय दिलाने के लिए पहले भी साथ थी और आगे भी अग्रणी भूमिका निभाएगी।

खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने मीटिंग की जानकारी देते हुए बताया कि डब्ल्यूएफआई भंग होने पर खिलाड़ियों को भविष्य बनाने की उम्मीद दिखी है। खाप का मानना है कि खेल फडरेशनों के अध्यक्ष सिर्फ खिलाड़ी ही बने और महिला खिलाड़ियों की कोच महिला ही बने। फोगाट खाप पहले भी खिलाड़ियों के साथ रही और ज्यादती होगी तो खिलाड़ियों के पक्ष में अग्रणी भूिमका निभाएंगे। कहा कि सांसद ब्रजभूषण की कारगुजारियों के कारण खिलाड़ियों को आंदोलन करना पड़ा था। डब्ल्यूएफआई के नये अध्यक्ष बनने के बाद से पहलवानों की उम्मीदों पर पानी फिरा तो सन्याय जैसे फैसले लेने पड़े। मीटिंग में सरकार से लगाई खिलाड़ियों को सम्मान देने की गुहार लगाई है। साथ ही अन्याय होने पर बड़ा फैसला भी लिया जाएगा।