भाजपा को मिली झारखंड के मंत्री से चुनौती...
मंत्री बन्ना गुप्ता ने यह आरोप भी लगाया कि झारखंड प्रशासन को गिराने के लिए एक सोची-समझी साजिश रची गयी है, यदि चुनाव आयोग ने कुछ भेजा है तो राज्यपाल उसको सार्वजानिक करें।
Jharkhand (Himanshi Rajput) || झारखंड सरकार पर राजनीतिक संकट मंडराने के बीच हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता ने रविवार को केंद्र सरकार को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की चुनौती दी। बन्ना गुप्ता ने आरोप लगाया कि "यह झारखंड प्रशासन को गिराने के लिए एक सोची-समझी साजिश है। हम राज्यपाल का आश्वासन चाहते हैं कि, अगर चुनाव आयोग ने कुछ भेजा है, तो इसे सार्वजनिक किया जाए। महीनों की छापेमारी के बावजूद भी कुछ नहीं मिला है"।
गौरतलब है की झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने सोरेन की विधायक योग्यता रद्द करने का नोटिस भेजा है। कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार अगर उन्हें विधायक के रूप में सेवा करते हुए लाभ की स्थिति रखने का दोषी पाया गया तो झारखंड के मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देने और विधानसभा में अपनी सीट गंवानी पड़ेगी।
भाजपा के लगाए आरोपों के अनुसार सोरेन को विधायक के रूप में सेवा करने से अयोग्य ठहराया जाना चाहिए क्योंकि 2021 में जब वह खान मंत्री थे, तब उन्होंने खुद को एक खनन पट्टा दिया था। भाजपा ने इस साल फरवरी में राज्यपाल से लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 9 (ए) के तहत सोरेन को प्रतिनिधि सभा से हटाने के लिए याचिका भी दायर की थी।