वन रैंक वन पैंशन की त्रुटियों के खिलाफ पूर्व सैनिकों का जत्था दिल्ली के लिए हुआ रवाना
गांव इमलोटा में पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए प्रधान विरेंद्र डुडी व जसपाल सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार सैनिकों के धैर्य की परीक्षा ना ले और जल्द से जल्द वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को दूर करने की घोषणा करें अन्यथा सैनिकों को इससे भी बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा अगर हम आपको सता में बैठाना जानते हैं तो खदेड़ने का काम भी पूर्व सैनिक ही करेंगे। रैली में लोगों का जोश और जुनून देखने लायक था।
चरखी दादरी || वन रैंक वन पैंशन की त्रुटियों को लेकर पूर्व सैनिकों में रोष बना हुआ है। जिसके चलते पूर्व सैनिक बीते काफी समय से रामलीला मैदान में धरना देकर इन त्रुटियों में सुधार की मांग कर रहे हैं। जॉइंट वेटरन्स एसोसिएशन के आह्वान पर पूर्व सैनिकों का जत्था दादरी के गांव इमलोटा से दिल्ली के लिए रवाना हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार सैनिकों के साथ हो रहे भेदभाव का तुरंत संज्ञान ले वरना इसका खामियाजा 2024 में भुगतने को तैयार रहें। गांव इमलोटा में पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए प्रधान विरेंद्र डुडी व जसपाल सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार सैनिकों के धैर्य की परीक्षा ना ले और जल्द से जल्द वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को दूर करने की घोषणा करें अन्यथा सैनिकों को इससे भी बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा अगर हम आपको सता में बैठाना जानते हैं तो खदेड़ने का काम भी पूर्व सैनिक ही करेंगे। रैली में लोगों का जोश और जुनून देखने लायक था।
सूबेदार मेजर कृष्ण श्योराण प्रवक्ता ने अपने संबोधन में बताया कि हम सैनिक हैं मोर्चे पर डट जाते हैं तो पीछे हटने वाले लोग नहीं है। पहले भी 40 साल वन रैंक वन पेंशन की लड़ाई चली और आगे भी इस आंदोलन को कितना भी लंबा करना पड़े यह विसंगतियां दूर करवा के ही हम मानने वाले हैं। पूर्व सैनिकों ने कहा कि वे अपना हक लेकर रहेंगे इसके लिए चाहे उन्हें कितना भी संघर्ष करना पड़े वे संघर्ष करेंगे।