हिसार-चंडीगढ़ हाईवे स्थित बदोवाल टोल प्लाजा पर गाम्रीणों ने किया जमकर हंगामा...
नरवाना हलके के 6 गांव बदोवाल, सच्चा खेड़ा, दनौदा, सुन्दरपुरा, दबलैन ,भीखेवाला व नरवाना शहर के वाहनों का टोल फ्री करवाने की मांग को लेकर हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर स्थित बदोवाल टोल प्लाजा पर एक बार फिर ग्रामीण व शहरवासी एकजुट हुए। लोगों ने टोल अधिकारियों व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाली की । ग्रामीणों व शहर के लोगों ने प्रशासन को एक सप्ताह का फिर अल्टीमेटम दिया और कहा कि अगर एक सप्ताह तक 20 किलोमीटर के एरिये के गांव व शहर का टोल फ्री नही किया गया तो टोल प्लाजा पर ही धरना शुरू कर दिया जाएगा। लोगों के एकजुट होने की सूचना मिलते ही सदर थाना प्रभारी महेन्द्र सिंह व शहर थाना प्रभारी राकेश कुमार पुलिस बल के साथ नरवाना एसडीएम संजय बिश्रोई भी पहुचें और लोगों को समझाने की कोशिश क ी व आश्वासन दिया
जींद (परमजीत पंवार) || ग्रामीणों ने बताया कि जिस समय टोल प्लाजा का निर्माण किया गया था तो आस-पास के गांवों का टोल नही लगने की मांग रखी थी। जिसके बाद आस-पास के गांवों के लोगों का टोल नही लगता था लेकिन गत 1 जुलाई से आस-पास के ग्रामीणों से भी टोल व सूलना शुरू कर दिया। जिस पर ग्रामीणों द्वारा एतराज जताया गया। आस-पास के ग्रामीणों ने इस बारे प्रशासन को अवगत करवाया लेकिन कोई समाधान नही निकला तो ग्रामीणों ने टोल कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह तक टोल फ्री नही किया गया तो धरना शुरू कर दिया जाएगा।
रघबीर नैन क हा कि पहले यह फैसला हुआ था कि जब यह टोल प्लाजा बना था उस समय टोल प्लाजा के आसपास के कुछ गांव का टोल फ्री नहीं लगेगा आज नरवाना के एसडीएम और डीएसपी की हाजिरी में यह फैसला हुआ 1 सप्ताह तक यह इस टोल प्लाजा का समाधान करेंगे तब तक किसी भी 7 गांव से टोल नहीं लिया जाएगा सिर्फ दो आईडी दिखाकर ही वाहनों को आने जाने दिया जाएगा और यदि 1 सप्ताह बाद टोल प्रशासन या नरवाना प्रशासन अपनी बात पर खरा नही उतरा तो करो या मरो की बात होगी ।
गांववासी बलवान ने कहा कि अबकी बार हमारा स्पष्ट फैसला है हम थोड़े साथी आज टोल पर आए थे यदि हमारी मांग को नहीं माना गया तो धरना हमे 2 महीने चलाना पड़े तो हम पूरे दलबल के साथ यहां पर प्रदर्शन करेंगे । मनदीप दनौदा ने कहा कि टोल मैंनेजर ने जबरदस्ती की गाडयि़ों के आगे आने की उसने अपने आप अपने कपड़े फाड़ लिए उसकी कोशिश थी कि वह ग्रामीणों गांव वासियों पर एफ आई आर दर्ज करवाएं । हम शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन कर रहे थे ऐसा कुछ हुआ तो हम खिलाफ दर्ज करवाएंगे ।