पूर्व मुख्यमंत्री व इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला का दुष्यंत चौटाला के लिए सीधा फैसला
इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला ने साफ कर दिया है कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के लिए अब इनेलो पार्टी में कोई भी जगह नहीं है। ओम प्रकाश चौटाला ने कहा कि अगर वह आना भी चाहे तो हम उसे शामिल नहीं करेंगे। क्योंकि सत्ता पक्ष के साथ जाकर उसने हमें तो फायदा पहुंचा ही दिया। आम लोगों में यह धारणा बन चुकी है कि इसमें इनेलो की बनती हुई सरकार को खो दिया।
रोहतक। इनेलो सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को सीधे स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि उनके लिए अब इनेलो पार्टी में कोई जगह नहीं है वह बदनाम हो चुका है। ओम प्रकाश चौटाला रोहतक में इनेलो कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में पहुंचे थे। यही नहीं उन्होंने हरियाणा सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आम जनता इनसे तंग आ चुकी है, इसलिए अब इनको गांव में घुसने के लिए पुलिस की मदद लेनी पड़ती है।
इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला ने साफ कर दिया है कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के लिए अब इनेलो पार्टी में कोई भी जगह नहीं है। ओम प्रकाश चौटाला ने कहा कि अगर वह आना भी चाहे तो हम उसे शामिल नहीं करेंगे। क्योंकि सत्ता पक्ष के साथ जाकर उसने हमें तो फायदा पहुंचा ही दिया। आम लोगों में यह धारणा बन चुकी है कि इसमें इनेलो की बनती हुई सरकार को खो दिया। दुष्यंत चौटाला के तो खुद के कार्यक्रमों में उनका विरोध हो रहा है और वह बदनाम हो चुका है, कहीं जा नही सकता। इसकी खुद की सभाओं विरोध की आवाजें उठती है। जेजेपी पार्टी का वह कार्यकर्ता जिन्हें बहला फुसला कर इनेलो से अलग किया गया था वह परेशान हो चुका है। उन्हें कहीं स्टेज पर बैठने के लिए जगह भी नहीं मिलती और यही नहीं प्रदेश की आम जनता से भी ज्यादा परेशान है। आज के दिन जेजेपी का कार्यकर्ता है और वह इनेलो पार्टी में वापस लौट रहा है।
ओम प्रकाश चौटाला ने मौजूदा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में कोई सरकार है ही नही। इनको जन सरोकार से कोई लेना देना नहीं है सिर्फ पैसे की लूट मचा रहे हैं। सिर्फ यही देखा जा रहा है कि किस तरह से पैसे को लूटा जाए। यह केवल नफरत फैलाकर वोट ले रहे है। चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास के तो हालात यह हैं कि वह खाली पड़ा रहता है और कोई भी व्यक्ति वहां पर नहीं जाता, क्योंकि किसी भी व्यक्ति की सुनवाई नहीं हो रही है और जहां तक जनसंवाद कार्यक्रम की बात है तो पुलिस की मदद से ही यह गांव में घुस पा रहे हैं और वहां भी इनके विरोध हो रहे हैं।