ट्रैक्टरों के साथ चंडीगढ़ में हरियाणा सचिवालय को घेर लेंगे किसान, किसान महापंचायत में फैसला
महापंचायत के बाद सैंकड़ाें किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ रोष रैली निकालते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। जहां किसानों ने प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं आने पर काफी बवाल भी काटा। बाद में एडीसी जयेंद्र छिल्लर को ज्ञापन सौंपते हुए सरकार को सीधे रूप से आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया।
चरखी दादरी || फसलों के खराबे को लेकर सरकार द्वारा शर्तें थोपते हुए 80 प्रतिशत किसानों का मुआवजा काटने सहित कई मांगांे को लेकर भाकियू ने किसान पंचायत करते हुए कई अहम फैसले लिए। किसानों ने महापंचायत के बाद नई अनाजमंडी से लघु सचिवालय तक ट्रैक्टर रैली निकालकर रोष जताया। साथ ही लघु सचिवालय परिसर में बवाल काटते हुए सरकार व प्रशासन पर आरोप लगाकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। साथ ही चेतावनी दी कि सरकार ने किसानों की मांगे नहीं मानी तो हरियाणा से हजारों किसान खेतों की बजाये ट्रैक्टरों को चंडीगढ़ में हरियाणा सचिवालय का घेराव करेंगे।
चरखी दादरी की नई अनाजमंडी में भाकियू लोशक्ति संगठन के आह्वान पर किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष जगबीर घसोला की अगुवाई मंे किसान संगठनों ने एकजुट होते हुए किसानों की मांगों पर आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। महापंचायत के बाद सैंकड़ाें किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ रोष रैली निकालते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। जहां किसानों ने प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं आने पर काफी बवाल भी काटा। बाद में एडीसी जयेंद्र छिल्लर को ज्ञापन सौंपते हुए सरकार को सीधे रूप से आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया।
भाकियू नेता जगबीर घसोला व लोकदल के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप हुड्डा ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार ने फसलों के खराबे की घोषणा करने के बाद भी किसानों को उनके हक का मुआवजा नहीं मिला। सरकार ने मुआवजा वितरण को लेकर किसानों पर कई प्रकार की शर्तें थोप दी हैं, जिसके चलते 80 प्रतिशत किसानों को मुआवजा नहीं मिला। अगर ऐसा ही रहा तो हरियाणा के किसान खेतों की बजाये अपने ट्रैक्टरों को चंडीगढ़ में हरियाणा सचिवालय लेकर पहुंचेंगे और अपने हक को लेकर बड़ा संघर्ष करेंगे।