चरखी दादरी में किसान का सफेद सोना मिट्टी में मिला

किसान के लिए सफेद सोना के नाम से जानने वाली कपास की फसल 90 प्रतिशत तक बबार्द हो गई है। कपास की फसल पर सफेद मक्खी, हरा तेला, उखेड़ा रोग ने जकड़ते हुए किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। किसान मुआवजा व गिरदावरी को लेकर प्रशासनिक व कृषि विभाग कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। हालांकि कृषि विभाग द्वारा अपने स्तर पर सर्वे करवाया जा रहा है। वही भाकियू ने स्पेशल गिरदावरी व मुआवजा नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

चरखी दादरी में किसान का सफेद सोना मिट्टी में मिला

चरखी दादरी (प्रदीप साहू) || इस बार प्रदेश भर में कपास की फसल में भारी नुकसान है। खासकर दादरी जिला में कपास की अधिकांश फसल को विभिन्न रोगों ने बर्बाद कर दिया है। कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दादरी जिले में 87 हजार 500 एकड़ में कपास की फसल की बिजाई की गई है। इस समय सफेद मक्खी, हरा तेला, उखेड़ा रोग व अन्य बिमारियों ने कपास की 60 हजार एकड़ में 75 से 100 प्रतिशत नुकसान किया है। वहीं करीब साढ़े 12 हजार एकड़ कपास की फसल 50 से 75 फीसदी से बर्बाद हुई है।

किसान विरेन्द्र, राजेन्द्र, नरेन्द्र आदि ने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों के कहे अनुसार उन्होनें दवाएं भी खेतों में डलवा दिया लेकिन उसके बाद भी कपास की फसल बर्बाद होने से नहीं बची। किसानों ने कहा कि मार्च माह में भी ओलावृष्टि व बारिश के कारण उनकी फसल बर्बाद हो गई थी। अब सफेद मक्खी, हरा तेला, उखेड़ा आदि रोग के कारण कपास की फसल भी पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। जिसके कारण उनके सामने रोटी खाने के साथ परिवार का निर्वाह करने का संकट खड़ा हो गया है। किसानों ने सरकार से जल्द से मुआवजा देने की मांग की है।

भाकियू ने दी चेतावनी, एक्शन नहीं लिया तो करेंगे आंदोलन
भाकियू नेता राजकुमार हड़ौदी ने कहा कि सरकार किसानों को अनदेखा कर गुमराह करने का काम कर रही है। इस समय कपास की अधिकांश फसल बर्बाद होने से किसान को काफी परेशानियां हो रही हैं। अगर सरकार ने तुरंत प्रभाव से नुकसान का आकलन कर किसानों की स्पेशल गिरदावरी व मुआवजा नहीं दिया तो भाकियू आंदोलन शुरू करेगी।

सरकार से बात कर करवाएंगे नुकसान की भरपाई

पूर्व मंत्री व जजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सतपाल सांगवान ने कहा कि उन्होनें जिले में गांवों का दौरा कर कपास की फसल का जायजा लिया है। इस बार कपास की फसल में भारी नुकसान हुआ है। नुकसान की भरपाई के लिए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व कृषि मंत्री जेपी दलाल से भी बात की है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बारे में कार्रवाई करने की बात कही है। सरकार के माध्यम से गिरदावरी करवाकर किसानों को नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी।

क्या कहते हैं कृषि अधिकारी
कृषि अधिकारी जितेन्द्र सिंह का कहना है कि जिले में करीब 90 प्रतिशत कपास की फसल 100 फीसदी तक खराब हुई है। कपास की फसल में नुकसान का आंकलन के लिए विभाग द्वारा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जो जल्द ही उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।