मालवीय नगर में चल रहें विदेशी लड़कियों के सेक्स व्यापार का पर्दाफाश ।
दिल्लीै पुलिस ने एक बड़े सेक्सक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह सेक्स3 रैकेट तुर्कमेनिस्तान के पति-पत्नीो मिल कर चला रहे थे। उज्बेकिस्तान का एक नागरिक अपने देश से नौकरी का झांसा देकर लड़कियों को लाने का कार्य करता था। पुलिसे ने ट्रैप लगाकर मालवीय नगर में चल रहे इसे सेक्सद रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 13 विदेशी नागरिकों सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
Delhi : Rakesh Kumar || दिल्ली पुलिस ने राजधानी में एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। ये रैकेट देह व्यापार के लिए दिल्ली में 10 हजार से 25 हजार रुपये में विदेशी युवतियां उपलब्ध कराता था। पुलिस ने इस गिरोह का खुलासा करते हुए 13 विदेशी नागरिकों सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 10 विदेशी य भी शामिल हैं, जिन्हें आरोपितों ने नकली ग्राहक बनकर आये पुलिसकर्मी के सामने सौदेबाजी के लिए पेश किया था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस सेक्स रैकेट में काम करने वाली सभी युवतियां उज्बेकिस्तान की रहने वाली हैं। इस रैकेट को चलाने वाले आरोपियों ने इन्हें नौकरी का झांसा देकर दिल्ली बुलाया था और उनके कागजात जब्त कर देह व्यापार कराने लगे। इन युवतियों के सभी दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने इस रैकेट को चलाने वाले जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान बिहार के कटिहार निवासी मोहम्मद अरूप, दरभंगा निवासी चंदे साहनी, उज्बेकिस्तान निवासी अली शेर और तुर्कमेनिस्तान निवासी जुमएव अजीजा और उसका पति मेरेडोब अहमद हैं।
मालवीय नगर में चल रहा था यह सेक्स रैकेट
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस की अपराध शाखा की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को गुप्त सूचना मिली थी कि, नौकरी का झांसा देकर विदेशी युवतियों को भारत बुलाया जाता है और उनसे मालवीय नगर में देह व्यापार करवाया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने ट्रैप लगाते हुए सिपाही सोहन वीर को नकली ग्राहक बनकर आरोपियों से मिलने भेजा। इनके साथ एएसआई राजेश गवाह बनकर गए। पुलिसकर्मियों ने एजेंट मोहम्मद अरूप और चंदे साहनी से बात की तो दोनों ने बताया कि मालवीय नगर में 10 विदेशी युवतियां मौजूद हैं। जिसके बाद आरोपियों ने लड़की पसंद करने के लिए उन्हें ग्राहक बने पुलिसकर्मियों के सामने भी पेश किया। इसी दौरान पहले से तैयार पुलिस टीम ने छापा मारकर पूरे गिरोह को दबोच लिया। आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि जुमएव अजीजा और मेरेडोब अहमद गिरोह चलाता है। वहीं उज्बेकिस्तान निवासी अली शेर विदेशी युवतियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली बुलाता था।