एक निजी कृषि कंपनी के कार्यक्रम में किसानों को बांटी एक्सपायरी दवा
जो दवा की शीशी किसानों को दी गई, उसकी डेट एक्सपायर हो चुकी थी। इसे देखते हुए कई किसानों ने सवाल उठाया कि जब पेस्टिसाइड की दुकानों पर एक्सपायरी डेट की दवा नहीं बेच सकते तो किसी कार्यक्रम में एक्सपायरी डेट की दवा उपहार में कैसे बांट सकते हैं। इस बात की जानकारी जब किसानों ने पत्रकारों को दी तो पत्रकार मौके पर कवरेज करने के लिए पहुंचे। यह देखकर कंपनी के आयोजक व कारिंदे भड़क गए।
घरौंडा || रेलवे रोड स्थित देवी मंदिर के सभागार में कृषि कम्पनी एफएमसी की और से कृषि गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में करीब ढाई सौ किसानों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में किसानों को बुलाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया गया था, जिसमें किसानों को उपहार स्वरूप कुछ सामान देने का लालच दिया गया था। कार्यक्रम उपरांत किसानों को कम्पनी की मशहूरी युक्त एक झोला, एक परना, कृषि कम्पनी के पैम्फलेट व कोराजन दवा की छोटी सैम्पल शीशी किसानों को उपहार स्वरूप दी गई। जो दवा की शीशी किसानों को दी गई, उसकी डेट एक्सपायर हो चुकी थी। इसे देखते हुए कई किसानों ने सवाल उठाया कि जब पेस्टिसाइड की दुकानों पर एक्सपायरी डेट की दवा नहीं बेच सकते तो किसी कार्यक्रम में एक्सपायरी डेट की दवा उपहार में कैसे बांट सकते हैं। इस बात की जानकारी जब किसानों ने पत्रकारों को दी तो पत्रकार मौके पर कवरेज करने के लिए पहुंचे। यह देखकर कंपनी के आयोजक व कारिंदे भड़क गए।
किसानों की बाइट लेते समय एक कारिंदे ने मीडिया कर्मी का कैमरा भी छीन लिया। किसानों के कहने पर कैमरा वापस दिया और कहा कि जहां शिकायत करनी है कर लो। यहां हमारी जगह पर आकर कवरेज करने का क्या मतलब है। आपको शिकायत करनी है तो उच्च अधिकारियों से कर सकते हो। इस संबंध में जब डीडीए आदित्य डबास से बातचीत की तो उन्होंने कहा की एक्सपायरी डेट की दवा बांटने पर, बांटने वालों के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज हो सकता है और पत्रकार के साथ जो बदतमीजी की गई है, वह भी थाने में इसकी शिकायत दे सकता है। बदतमीजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।