ओवरफ्लो होने से गांव गोपी के समीप लाडावास डिस्ट्रीब्यूट्री टूटी

ग्रामीणों ने नहर टूटने की सूचना सिंचाई विभाग को दी जिसके बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। जिसके बाद जहां से नहर टूटे थी उसके दोनों और नहर के अंदर जेसीबी से मिट्टी डालकर पानी को बंद किया। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। किसान मनोहरलाल स्वामी, सुभाष श्योराण, बलवान सिंह मील, प्रदीप कुमार, धूप सिंह, रमेश दलाल, संदीप कुमार आदि ने बताया कि नहर टूटने से किसानों को काफी नुकसान हुआ हैं।

चरखी दादरी || गांव गोपी ने बीती रात लाडावास डिस्ट्रीब्यूट्री नहर टूटने से खेतों में पानी भर गया। जिससे फसलों में नुकसान की आशंका है। वहीं नहर के साथ लगते किसान के खेत में नेट हाउस, खजूर का बाग व सोलर सिस्टम भी चपेट में आया है जिससे किसान को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। नहर का पानी खेतों में किसानों के मकानों पर भी आने से दरार आ गई। सूचना मिलने पर रात को ही सिंचाई विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पानी को पीछे से बंद करवाकर नहर टूटे स्थान से पहले मिट्टी से पानी को आगे से रोका गया। वहीं आज सुबह सिंचाई विभाग के एसडीओ की अगुवाई में टीम मौके पर पहुंची और नहर को पाटने का कार्य शुरू करवाया गया। किसानों ने प्रशासन से नहर टूटने से हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की है।

बता दें कि बीती रात लाडावास डिस्ट्रीब्यूट्री गांव गोपी के समीप खेतों में टूट गई। किसानों के अनुसार नहर में पानी काफी अधिक चल रहा था और ओवरफ्लो होने के कारण नहर टूट गई। जससे आसपास के खेतों में कपास, बाजरा, ग्वार के खेतों में पानी भर गया। ग्रामीणों ने नहर टूटने की सूचना सिंचाई विभाग को दी जिसके बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। जिसके बाद जहां से नहर टूटे थी उसके दोनों और नहर के अंदर जेसीबी से मिट्टी डालकर पानी को बंद किया। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। किसान मनोहरलाल स्वामी, सुभाष श्योराण, बलवान सिंह मील, प्रदीप कुमार, धूप सिंह, रमेश दलाल, संदीप कुमार आदि ने बताया कि नहर टूटने से किसानों को काफी नुकसान हुआ हैं।

उन्होंने बताया कि नहर टूटने के बाद ग्रामीणों की इसकी जानकारी तुरंत मिल गई थी और उसके बाद सिंचाई विभाग की टीम भी समय रहते मौके पर पहुंच गई थी अन्यथा गांव के अंदर पानी घूसने के आसार बन गए थे और बड़ा नुकसान  0हो सकता था। वहीं किसान मनोहरलाल स्वामी ने बताया कि उसका खेत नहर के बिल्कुल साथ में है जिसमें उसने नेट हाउस लगा रखा है व खजूर का बाग है। उसने बताया कि नहर टूटने से उसका नेट हाउस पानी में डूब गया है। खजूर के पेड़ छोटे होने के कारण नहर टूटने से हुए कटाव के कारण मिट्टी में दब गए हैं जिससे उसे काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा उसने सोलर प्लेट से चलने वाले बोरवेल का कंट्रोलर पानी में डूब गया है और उसके मकान में दरार आ गई हैं जिससे उसे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। नहर पाटने के कार्य करवाने मौके पर पहुंचे सिंचाई विभाग के एसडीओ सुरेंद्र कुमार ने कहा कि नहरें काफी पुरानी होने व पेड़ की जड़ के साथ रिसाव होने के कारण नहर टूटी है जिसको पाटने का कार्य जल्द पूरा करवा दिया जाएगा।