खिलाड़ियों के समर्थन में पहली बार आए द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर फोगाट
महाबीर फोगाट द्वारा खिलाड़ियों द्वारा दूसरी बार शुरू किये धरने के बाद से ही मीडिया से दूरी बनाई हुई थी। चरखी दादरी स्थित महाबीर फोगाट स्पोर्टस एकेडमी में ग्रामीणों संग बैठे महाबीर फोगाट ने हुक्का गुड़गुड़ाते हुए पूरे मामले को लेकर चर्चा भी की। महाबीर फोगाट का कहना है कि वे खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली जंतर-मंतर पर गए भी हैं और लड़ाई लंबी चलेगी तो फिर से दिल्ली पहुंचेंगे।
चरखी दादरी। देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर महिला खिलाड़ियों के साथ याैन शोषण को लेकर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष व भाजपा सांसद ब्रजभूषण शरण की गिरफ्तारी के अलावा कड़ी कार्रवाई की मांग लेकर धरना खिलाड़ियों के मामले में द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर फोगाट पहली बार कैमरे पर बोले हैं। महाबीर फोगाट ने बृजभूषण शरण द्वारा लगाए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि फोगाट परिवार की कभी डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पद पाने की सोच नहीं रही है। खिलाड़ियों को मजबूरन दूसरी बार धरने पर बैठना पड़ा है, इस बार उनकी लड़ाई देश की बेटियों के साथ हो रहे अन्याय को लेकर आर-पार की होगी।
दरअसल महाबीर फोगाट द्वारा खिलाड़ियों द्वारा दूसरी बार शुरू किये धरने के बाद से ही मीडिया से दूरी बनाई हुई थी। चरखी दादरी स्थित महाबीर फोगाट स्पोर्टस एकेडमी में ग्रामीणों संग बैठे महाबीर फोगाट ने हुक्का गुड़गुड़ाते हुए पूरे मामले को लेकर चर्चा भी की। महाबीर फोगाट का कहना है कि वे खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली जंतर-मंतर पर गए भी हैं और लड़ाई लंबी चलेगी तो फिर से दिल्ली पहुंचेंगे।
महाबीर फोगाट ने बृजभूषण द्वारा फोगाट परिवार पर अध्यक्ष पद का कब्जा करने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वे एक परिवार का मामला बनाना चाहते हैं। फोगाट परिवार की ने कभी अध्यक्ष बनने की नहीं सोची। खिलाड़ियों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ लड़ाई शुरू की है और जीतकर ही दम लेंगे। कहा कि उनकी बेटियों व खिलाड़ी बहनों में कोई मतभेद नहीं है। गीता-बबीता भी खिलाड़ियों के साथ हैं हालांकि उनकी कुछ पर्सनल मजबूरियां भी हो सकती हैं। बोले कि जो कमेटी बनाई थी उसका तीन माह तक कोई रिस्पोंश नहीं आया तो खिलाड़ियों को मजबूरन जंतर-मंतर पर फिर से आना पड़ा है। खिलाड़ियों के ब्रजभूषण पर लगाए आरोप सही हैं, जब तक वे डब्ल्यूएफआई में रहेंगे तब तक कुश्ती आगे नहीं बढ़ सकती। कहा कि बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक खिलाड़ियों के समर्थन में रहेंगे और आर-पार की लड़ाई भी लड़ेंगे।