शिवरात्रि पर भिवानी में श्रद्धालुओं ने शिवलिंग का किया जलाभिषेक
श्रद्धालुओं ने बताया कि भगवान शिव की आराधना करने से उनकी हर मनोकामना पूरी होती हैं। वही भिवानी के प्रसिद्ध एवं प्राचीन जहरगिरी आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय श्रीमहंत डा. अशोक गिरी महाराज एवं जोगीवाला मंदिर के महंत वेदनाथ महाराज ने कहा कि भगवान शिव की आराधना आज शिव भक्तों द्वारा की गई है। किसी ने गंगाजल चढ़ाया तो किसी ने दूध तो किसी ने बेलपत्र आदि सामग्री से भगवान शिव की पूजा अर्चना की है।
भिवानी || शिवरात्रि के पर्व पर जहां देश भर में जलाभिषेक कर मंगल कामानाएं की गई, वही छोटी काशी के नाम से विख्यात भिवानी में भी श्रद्धालुओं ने देश व प्रदेश की सुख, समृद्धि के लिए मन्दिर में जलाभिषेक करते हुए प्रार्थना की। शिवरात्रि के पर्व पर शनिवार सुबह से मदिरों में शिवभक्तों की भारी भीड़ देखी गई। शिव भक्तों ने नाच-गाकर भोले के छोटे बड़े विभिन्न मंदिरो में जलाभिषेक किया और मन्नतें मांगी। बम-बम भोले के जयकारें लगाते हुए शिव भक्तों ने श्रद्धा एवं उल्लास से यह पर्व मनाया। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर मौसमी सब्जी, फल, धतूरा, दुग्ध व गंगाजल चढ़ाकर भगवान से सुख-समृद्धि के लिए कामना कर रहे हैं। वही दूसरी तरफ हरिद्वार से कावड़ लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं की तादात भी इस बार गत वर्षो के मुकाबले अधिक देखी गई, जिन्होंने बड़ी धूमधाम से शहर के विभिन्न शिव मंदिरों पर कावड़ चढ़ाई।
भिवानी जिसे छोटी काशी भी कहा जाता है, वहां शनिवार को शिवरात्रि का पर्व श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया। शिवभक्तों द्वारा शिवलिंग का जलाभिषेक किया गया। भक्तों का कहना है कि शिव उनकी मुरादें पूरी करते हैं। उन्होंने देश में अमन और शांति की कामना की है। इस मौके पर कावड़ लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगाजल चढ़ाया, तो कहीं किसी ने व्रत धारण कर गंगाजल, बेलपत्र व दुग्ध से भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
मंदिर पहुंच श्रद्धालुओं ने कहा कि भगवान शिव की आराधना से हर प्रकार का संकट दूर होता है। देश और दुनिया में शांति हो, परिवार में शांति हो और सुख और समृद्धि आए, यही कामना उन्होंने भगवान शिव से की गई है। श्रद्धालुओं ने बताया कि भगवान शिव की आराधना करने से उनकी हर मनोकामना पूरी होती हैं। वही भिवानी के प्रसिद्ध एवं प्राचीन जहरगिरी आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय श्रीमहंत डा. अशोक गिरी महाराज एवं जोगीवाला मंदिर के महंत वेदनाथ महाराज ने कहा कि भगवान शिव की आराधना आज शिव भक्तों द्वारा की गई है। किसी ने गंगाजल चढ़ाया तो किसी ने दूध तो किसी ने बेलपत्र आदि सामग्री से भगवान शिव की पूजा अर्चना की है। उन्होंने बताया कि सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की लंबी-लंबी लाइने लगी हुई है। उन्होंने बताया कि यह पर्व शांति-सद्भावना को समर्पित मनाया है कि प्रदेश व देश में अमन व शांति बनी रहे।