मणिपुर हिंसा को लेकर रोष प्रदर्शन कर मोदी सरकार का प्रतीकात्मक पुतला फूंका
उनके द्वारा मणिपुर की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि मणिपुर में महिलाओं को पुलिस बल से छीन लिया गया, फिर नग्न घुमाया गया और बाद में उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। अपनी बहन को हमलावरों से बचाने की कोशिश में पीड़ित के भाई की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह वीभत्स घटना 4 मई को हुई और बुधवार को सामने आई है।
भिवानी || क्रांतिकारी पार्टी एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) और ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन (AIMSS) ने मणिपुर हिंसा व वहाँ पर महिलाओं पर हो रहे विभत्स अपराधों पर रोक लगाने की मांग की और मणिपुर की राज्य और केंद्र सरकार का स्थानीय दिनोद गेट पर पुतला दहन किया। उनके द्वारा मणिपुर की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि मणिपुर में महिलाओं को पुलिस बल से छीन लिया गया, फिर नग्न घुमाया गया और बाद में उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। अपनी बहन को हमलावरों से बचाने की कोशिश में पीड़ित के भाई की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह वीभत्स घटना 4 मई को हुई और बुधवार को सामने आई है।
उन्होंने कहा कि यह पूरा प्रकरण केवल महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि देश की पूरी जनता के लिए बेहद परेशान करने वाला और अपमानजनक है। वहां की गंभीर स्थिति के लिए केंद्र और राज्य की वर्तमान सरकारें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार हैं। ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन (AIMSS) से अनिता ने मांग है की अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली मोदी सरकार आज मूकदर्शक बनकर बैठी है। इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। एआईएमएसएस साथ ही देश के अच्छे लोगों से इस घटना का जोरदार विरोध करने और पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहने का आह्वान करती है।