दिल्ली - घर में रात को अंगीठी जलाकर दरवाजे बंद किया और सो गए ज़रा सी लापरवाही बनी मौत का सबक !
बाहरी दिल्ली के अलीपुर थाना इलाके के खेड़ा कला गांव में लापरवाही के चलते एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गयी। दरवाजा तोड़कर पुलिस ने शव को लिया कब्जे में मौत का कारण बीती रात अंगीठी जलाकर परिवार सोया सुबह जब दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची। हादसे के शिकार हुए चार मृतको में पति-पत्नी समेत दो मासूम बच्चे भी हैं। अलीपुर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर इस पूरे मामले की जांच गंभीरता से कर रहा है|
दिल्ली || बाहरी दिल्ली के अलीपुर थाना इलाके के खेड़ा कला गांव में एक बार फिर लापरवाही एक परिवार के लिए मौत का सबक बन गई। दिल्ली में लगातार सर्दी चरम पर है और सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते हैं तो कही रूम हीटर लगाकर सर्दी से बचने की कोशिश करते हैं। जो कि यह उपकरण अब लोगों के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो रहे हैं। बीती रात भी अलीपुर के खेड़ा कला गांव में रहने वाले एक परिवार ने शर्दी से बचने के लिए अपने घर में रात को अंगीठी जलाकर दरवाजे बंद किया और सो गए । शायद इस परिवार को नही पता था ही इनकी जरा सी लापरवाही यह रात उनकी जिंदगी की आखिरी रात बना देगी। दरअसल आपको बता दे खेड़ा कला गांव में किराए के मकान पर रहने वाला 40 वर्षय राकेश एक निजी कम्पनी के काम करता था वही राकेश के परिवार में 35 वर्षीय पत्नी ललिता समेत 8 वर्षीय पीयूष व 7 वर्षीय सन्नी दो मासूम बच्चे भी रहते थे। लेकिन अब यह हँसता खेलता परिवार लापरवाही के चलते इस दुनिया मे नही रहा।
जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि बीती रात परिवार लोहड़ी का त्योहार बना रहा था इस बीच परिवार ने आग भी चलाई लेकिन रात ज्यादा होने के चलते राकेश की पत्नी ललिता ने जली हुई लकड़ियां अंगीठी में रख कर सर्दी से बचने के लिए अपने कमरे में अंगीठी रखकर दरवाजे बंद कर सो गए। कमरे में गैस बनने के चलते कमरे में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बहुत ज्यादा तादाद में हो गई और ऑक्सीजन लेवल काम हुआ ।जिसमें राकेश समेत पत्नी व दो मासूम बच्चे समेत एक परिवार हमेशा के लिए सो गया। सुबह जब राकेश के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोस में रहने वाले लोगों ने राकेश को जगाने की कोशिश की लेकिन कमरे में देखा कि स्मेल आ रही है और धुवा भरा हुआ है। इस बात की सूचना पुलिस को दी पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई तो पुलिस ने परिवार के सदस्य पति पत्नी राकेश व ललिता ओर 42 मासूम बच्चे पियूष व सन्नी को मृत अवस्था में पाया। दिल्ली में एक बार फिर सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा लेकर लापरवाही के चलते एक परिवार की दर्दनाक मौत हो चुकी है।
जरूरत है कि सर्दी से बचने के लिए अपने कमरों में रूम हीटर , अंगीठी व अलाव वह किसी अन्य ऐसी चीज का सहारा ना ले जिससे कमरा बंद होने के बाद ऑक्सीजन लेवल घटे और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ती हो यदि आप ऐसा करते हैं तो एक लापरवाही आपकी मौत का कारण बन सकती है।इस घटना के बाद मौके पर फायर दमकल कर्मी कैट्स एंबुलेंस फॉरेंसिक जांच के लिए क्राइम टीम मौके पर पहुंची और मामले की तपतिस शुरू की गई। जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि बीती रात घर के अंदर जो अंगीठी जलाकर परिवार सोया उसी अंगीठी से कमरे में गैस बन गई और ऑक्सीजन लेवल परिवार का काम होने के चलते दम घुटने से एक परिवार के चार सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई । घटना के बाद अलीपुर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और इस पूरे मामले की जांच गंभीरता से कर रही है।