सर्व कर्मचारी संघ का निर्णायक आंदोलन कल से, 15 सूत्रीय मांगों पर अड़े कर्मचारी

उन्होंने कहा कि यह निर्णायक आंदोलन कल से शुरू होगा। जिसमें राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पार्टियों के चुने गए प्रतिनिधियों विधायक, सांसद, प्रदेश अध्यक्ष के बीच ज्ञापन पत्र ले जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गांव की छोटी सरकार के चुने गए प्रतिनिधि पंच सरपंच, जिला पार्षद नगर पार्षदों के हस्ताक्षर ज्ञापन पत्र पर करवाएंगे और उनसे पूछेंगे कि उनकी मांग जायज है या नहीं। क्योंकि कर्मचारी भी जनता का हिस्सा है।

भिवानी || पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत प्रदेश के कर्मचारियों ने आज भिवानी में बड़ चौक स्थित कार्यालय में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की और कर्मचारियों की 15 सूत्री मांगों को लेकर चर्चा की। उनका कहना था कि राज्य कमेटी सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर कल से कर्मचारियों का निर्णायक आंदोलन शुरू होगा। बता दें कि प्रदेश का कर्मचारी अपनी 15 सूत्रीय मांग, कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए, कौशल विकास रोजगार निगम को बंद किया जाए, हटाए गए कर्मचारियों को वापस लिया जाए, निजीकरण पर रोक लगाई जाए, और मुख्य मांग पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए, इन मांगों को लेकर आंदोलनरत है। इसी को लेकर 28 मई को जींद में हुई रैली की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की गई और आंदोलन को लेकर संगठन का विस्तार किया गया।  

इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ राज्य कोषाध्यक्ष व प्रदेश सह सचिव ने कहा कि वे अपनी मांगों का ज्ञापन पत्र लेकर जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों के बीच ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह निर्णायक आंदोलन कल से शुरू होगा। जिसमें राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पार्टियों के चुने गए प्रतिनिधियों विधायक, सांसद, प्रदेश अध्यक्ष के बीच ज्ञापन पत्र ले जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गांव की छोटी सरकार के चुने गए प्रतिनिधि पंच सरपंच, जिला पार्षद नगर पार्षदों के हस्ताक्षर ज्ञापन पत्र पर करवाएंगे और उनसे पूछेंगे कि उनकी मांग जायज है या नहीं। क्योंकि कर्मचारी भी जनता का हिस्सा है। अब इस आंदोलन को जनता के बीच ले जाया जाएगा तथा उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार समय रहते उनकी मांगों को पूरा करें, नहीं तो कर्मचारी अपनी मांगों से पीछे हटने वाला नहीं है। चुनावी वर्ष नजदीक है और प्रदेश का कर्मचारी व सरकार आमने-सामने है, अब देखना होगा दोनों के बीच क्या फैसला होता है या नहीं।