बवाना नहर में मूर्ती विसर्जन करने गए नाबालिकों की हुई मौत।
Delhi : (Rakesh Kumar) || देश के अलग अगल इलाकों से गणेश विसर्जन के दौरान कई तरह के हादसे की खबर सामने आ रही है इस बीच दिल्ली के बवाना इलाके में गणेश विसर्जन के लिए गे 5 बच्चे नहर में डुबने डुब गए। वहीं गोताखोरों के द्वारा घंटे की मशक्कत के बाद तीन बच्चों की शवों को बाहर निकाला है। फिलहाल दो युवक की तलाश अभी जारी है बता दें कि, हादसे के शिकार हुए पांचों युवक दिल्ली के किराड़ी इलाके के रहने वाले हैं। वहीं इस घटना के बाद उनके परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल हो रहा है।
दिल्ली के कई इलाकों में गणेश विसर्जन किया गया। लेकिन इस विसर्जन के बीच किराड़ी से एक ऐसी खबर सामने आई जो की सभी को दहला कर रख दिया यहां से बवाना नहर में गणपति विसर्जन के लिए गए बच्चों का नहर में डूबने से मौत हो गई। आपको बता दें कि यहां विसर्जन के नाबालिग 5 बच्चे आए थे, इनमें से विसर्जन के दौरान एक का पैर नहर में फिसला जिसके बाद सभी साथी उसे बचाने के लिए अपने आप को आगे लाए उसके साथ चारों बच्चे भी नहर में डूब गए। यहां आसपास के लोगों ने फौरन पुलिस को सुचित किया जिसके बाद मौके पर गोताखोर और पुलिस पहुंची। जिसके बाद गोताखोरों नें इन 5 बच्चों में से 3 के शवों को बाहर निकाला है और 2 की तलाश अब भी जारी है।
फिलहाल इस पूरी घटना पर मृतक बच्चों के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है वहीं परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर यह भी आरोप लगाए हैं कि वह केवल नाम मात्र का काम कर रही है पुलिस के द्वारा उन्हें कुछ खासा योगदान नहीं मिल पा रहा है अभी भी नहर में 2 बच्चों के लापता होने से परिजनों में पुलिस प्रशासन पर काफी रोष भी है।
देखा जाए तो जब विसर्जन होता है तो ऐसे में पुलिस प्रशासन के द्वारा मूर्ती विसर्जित की जाने वाली जगह पर उनकी तैनाती की जाती है कि यहां किसी भी तरह की कोई घटना न हो सके लेकिन इसके बावजूद भी इस तरह की घटना देखने को मिलती है तो यहां पुलिस प्रशासन पर भी प्रश्न चिन्ह खड़े होते हैं। वहीं माता पिता भी अपने कम उम्र के बच्चों को मूर्ति विसर्जन के लिए भेज देते हैं जहां इस तरह के जगहों पर किसी बड़े का जाना अनिवार्य होता है लेकिन यह लापरवाही अब इन बच्चों की जान का कारण बन चुकी है।