हॉस्पिटल में मरीज के इलाज के दौरान मौत
सीहोर जिले के आष्टा में नगर के कन्नौद रोड स्थित आयुष्मान हॉस्पिटल में मरीज के इलाज के दौरान मौत हो जाने पर परिजनों ने किया हंगामा डेड बॉडी उठाने से किया इंकार आष्टा थाना पुलिस पहुंची घटनास्थल परिजनों से की बात
Delhi || Abhay || नगर में वैसे तो अनेकों प्राइवेट अस्पताल नर्सिंग होम के नाम से चलाए जा रहे हैं जिनमें अनेकों खामियां व्याप्त है बावजूद इसके पीड़ित लोग मजबूरन अपने मरीजों को इन्हीं अस्पतालों में ले जाकर भर्ती करवाकर इलाज करवाते हैं, ऐसा ही एक मामला आयुष्मान हॉस्पिटल में भर्ती हुए मरीज को उचित इलाज व देखरेख न मिलने से उसकी मौत होने की बात परिजन कह रहे हैं परिजनों का कहना है कि दिनांक 1/11 2022 को मरीज बुखार नहीं उतारने के कारण भर्ती कराया गया था, मरीज स्वयं पैदल चलकर अस्पताल के बेड तक पहुंचा था, उसका इलाज पूर्व रिटायर्ड डॉक्टर एमएच अंसारी कर रहे थे,जिनके द्वारा आयुष्मान हॉस्पिटल में भर्ती कराकर इलाज कराने की सलाह दी गई थी,भर्ती होने के उपरांत भी जब मरीज को आराम नहीं मिल रहा था तो परिजनों ने वहां के स्टाफ और डॉक्टरों से बात करते हुए कहा कि अगर आप इनका इलाज ठीक से नहीं कर पा रहे हैं तो हम मरीज को अन्य किसी बड़े अस्पताल में बाहर लेजाकर दिखा लेते हैं, किंतु अस्पताल प्रबंधन ने इस ओर ध्यान ना देते हुए डॉक्टर अंसारी के आने का इंतजार किया,वही अगले दिन विजिट पर आए और तब तक मरीज की हालत अधिक बिगड़ चुकी थी उन्होंने आनन-फानन में मरीज को बाहर अस्पताल रेफर करने का पर्चा बना दिया कुछ समय पश्चात ही मरीज की मौत हो गई ,जिससे आक्रोशित होकर परिजन अपना आपा खो बैठे और अस्पताल में खूब हंगामा किया जिसे पुलिस को हस्तक्षेप के बाद मरीज के परिजन शांत हुवे।
वहीं अस्पताल संचालन करने वाली डॉक्टर रूही भार्गव खान का कहना है कि हमने डॉक्टर अंसारी के कहने पर मरीज को अस्पताल में भर्ती किया और सारा इलाज दवाइयां मरीज ने डॉक्टर अंसारी के कहने अनुसार बाहर से खरीदी हमारे यहां से किसी प्रकार की कोई दवाइयां या ट्रीटमेंट नहीं दिया गया जिस प्रकार से डॉक्टर अंसारी द्वारा जो लिखा गया था वही दिया गया है,हमारा इसमें कोई रोल नहीं है। वही उन्होंने बताया कि मरीज गंभीर बीमारी हैपेटिककोमा से सीवियर जवाइंडिस से पीड़ित था,इसी कारण से सम्भवतः मरीज की तबियत अधिक खराब हुई है जिसे बाद में बाहर के लिए रेफर करदिया गया था।