नूंह हिंसा को लेकर कांग्रेस ने किया शांति सभा का आयोजन

कांग्रेस नेता राजेश की माने तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 9 अगस्त को अंग्रेजों भारत छोड़ो अभियान की शुरुआत की थी। इस दिन को कांग्रेस ने शांति सभा के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। नूंह में हुई हिंसा के बाद पूरे प्रदेश में शांति बनी रहे इस को लेकर सभा का आयोजन किया गया है।

गुरुग्राम || नूंह में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस ने गुरुग्राम के स्वतंत्रता सेनानी भवन में सद्भावना सभा का आयोजन किया। कांग्रेस नेता पंकज डाबर की माने तो मजहब नहीं  सिखाता आपस मे बैर रखना, लेकिन जब से देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से सम्प्रदायिक ताकते हावी हो गई है। देश और प्रदेश में शांति हो और अमनचैन बना रहे इसको लेकर शांति सभा का आयोजन किया है। कांग्रेस नेता पंकज डाबर की माने तो देश और प्रदेश में सम्प्रदायिक ताकते हावी हो गई है। ऐसी ताकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस नेता राजेश की माने तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 9 अगस्त को अंग्रेजों भारत छोड़ो अभियान की शुरुआत की थी। इस दिन को कांग्रेस ने शांति सभा के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। नूंह में हुई हिंसा के बाद पूरे प्रदेश में शांति बनी रहे इस को लेकर सभा का आयोजन किया गया है। सभा मे कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और शांति के लिए प्रार्थना की।

नूंह में कांग्रेस डेलिगेशन को नो एंट्री और भाजपा डेलिगेशन को एंट्री दिए जाने पर कांग्रेस के पूर्व बिजली मंत्री कैप्टन अजय यादव ने जम कर निशाना साधा। अजय यादव की माने तो कांग्रेस का डेलिगेशन नूंह में हुई हिंसा का जायजा लेने के लिए जा रहा था, जिसे सरकार के आदेश पर रोक दिया गया, जबकि भाजपा के डेलिगेशन को एंट्री दी गई है। जो कि निंदनीय है। कांग्रेस का डेलिगेशन सभी समुदायों के लोगों से मिलना चाहता था। कोई दंगा भड़काने के लिए नहीं जा रहा था। अगर पुलिस व्यवस्था ठीक होती तो दंगे को रोका जा सकता था। इसी को लेकर शांति सभा का आयोजन किया है।
शांति सभा के बाद प्रदेश में कितना अमन और चैन रहता है यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल तो कांग्रेस नूंह में हुई हिंसा के बाद आपसी भाईचारे को बनाए रखने के लिए अपील कर रही है और शांति सभाओं का आयोजन कर रही है।