अकाली दल-भाजपा गठबंधन टूटने पर कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा का बड़ा ब्यान...
अकाली दल-भाजपा गठबंधन टूटने पर कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा का बड़ा ब्यान , ऊँगली कटवाकर शहीद कहलवाना चाहती है अकाली दल , सैलजा ने अकाली दल के फैसले को बताया दिखावा , दुष्यंत चौटाला के बयान पर भी की टिप्पणी , इस्तीफे के लिए और कितना इन्तजार करेंगे चौटाला , किसान आंदोलन पर सरकार के रवैये को बताया अड़ियल , भाजपा में सुनी जाती है एक ही मन की बात , कल कांग्रेस चंडीगढ़ में निकालेगी पैदल मार्च।
अम्बाला (अंकुर कपूर) || कृषि अध्यादेशों के मुद्दे पर SAD और NDA का गठबंधन टूट गया है। जिसके बाद दोनों दल विभिन्न पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस की हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने अकाली दल पर तीखी टिप्पणी की है। शैलजा ने अकाली दल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या ये उंगली कटवाकर शहीद कहलाना चाहते हैं? शैलजा ने अकाली दल के फैसले को दिखावा करार दिया और कहा कि जब किसान वर्ग सड़कों पर आ गया है तो क्या इन्हें NDA के अंदर लड़ाई नहीं लड़नी चाहिए थी । वहीं MSP के मुद्दे पर यह बयान देकर कि " जिस दिन MSP खत्म होगी उसी दिन मैं इस्तीफा दे दूंगा" डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी विपक्षियों के निशाने पर आ गए हैं। दुष्यंत चौटाला के इसी बयान पर भी कुमारी शैलजा ने प्रतिक्रिया दी। शैलजा ने कहा कि इस्तीफे के लिए दुष्यंत इसके लिए कब तक इंतजार करेंगे , अकाली दल ने तो किया नहीं। शैलजा ने कहा कि इन्हें पहले दिन ही इस्तीफा दे देना चाहिए था और BJP से अलग हो जाना चाहिए था , लेकिन ये अभी भी सत्ता में बैठे हैं।
कांग्रेस अब किसान की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ने की बात कह रही है। जिसकी शुरुआत कल कांग्रेस चंडीगढ़ से करने जा रही है। जानकारी देते हुए कुमारी शैलजा ने बताया कि कल चंडीगढ़ में कांग्रेस मौजूदा विधायकों , पूर्व विधायकों , पूर्व सांदसों , पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन तक पैदल मार्च निकलेगी और अंत मे एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को सौंपा जाएगा। कांग्रेस में सरकार के खिलाफ आने वाले दिनों में मोर्चा खोलने की रणनीति भी तय कर ली है। इस बात की जानकारी देते हुए कुमारी शैलजा ने बताया कि आगामी 2 तारीख को गांधी जयंती के मौके पर कांग्रेस धरने देकर सरकार को जगाने का प्रयास करेगी कि गरीब मजदूर की तरफ भी सरकार ध्यान दे , वहीं उसके बाद 10 तारीख को किसान सम्मेलन भी किया जाएगा। किसान आंदोलन पर सरकार के रुख को अड़ियल रुख करार देते हुए भी कुमारी शैलजा ने सरकार को जमकर घेरा । शैलजा ने कहा कि ये जमीनी स्तर की बात नहीं कर रहे । शैलजा का कहना है कि इस काले कानून का आने वाले समय मे बहुत गलत प्रभाव पड़ेगा और भाजपा में सिर्फ एक के ही मन की बात कही जाती है। शैलजा ने कहा कि ये किसान की मदद करने की बजाय किसान की मदद के संसाधन खत्म करने जा रहे हैं।