35400 वेतनमान की मांग को लेकर लिपिक एक बार फिर उतरे सडक़ों पर
हड़ताल पर जाने से पहले विधिवत रूप से 10 जुलाई को प्रदेश भर में उपायुक्तों के माध्यम से मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव हरियाणा सरकार को हड़ताल का नोटिस दिया था, लेकिन सरकार इस मुगालते में रह गई कि सौदेबाजी कर आंदोलन को समाप्त करवा देंगे।
भिवानी || भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार मंत्रीमंडल के फैसले अनुसार लिपिक का वेतन 35400 लागू करने की नोटिफिकेशन जारी करे, अन्यथा लिपिकों का आंदोलन जारी रहेगा। शिक्षा बोर्ड परिसर में शुक्रवार को तीसरे दिन भी कॉलेज, विश्वविद्यालय, शिक्षा विभाग, सिंचाई, वन विभाग, पब्लिक हैल्थ, शिक्षा बोर्ड के कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहे तथा तीसरे दिन शुक्रवार को स्थानीय राजकीय महिला महाविद्यालय के समक्ष प्रदेश सरकार का पुतला फूंककर जमकर नारेबाजी की। हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले हड़ताली कर्मियों की अध्यक्षता देवेंद्र श्योराण ने की तथा संचालन अमनदीप सिंह द्वारा किया गया। मुख्य वक्ता के तौर पर सतबीर स्वामी, नरेंद्र दिनोद, सुखदर्शन सरोहा, कुलदीप गुलिया, संतू सिंह, भरत सिंह खटाना ने कहा कि आज प्रदेश भर में सभी ब्लॉकों पर पुतले दहन कर सरकार को कुंभकरणीय नींद से जगाया गया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध की हर आवाज को सुना जाना चाहिए। परन्तु सरकार बेशर्मी की सारी हदें पार कर रही है।
इस राज्य व्यापी हड़ताल में चंडीगढ़ व पंचकूला में स्थित सभी विभागों के निदेशालयों की तालमेल कमेटी व सर्व कर्मचारी संघ से संबंद्ध सभी विभागो, बोर्डो, निगमों, नगर निगमों व विश्वविद्यालयों मेंं कार्यरत्त मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के सांझे संगठन भी शामिल है। हड़ताल पर जाने से पहले विधिवत रूप से 10 जुलाई को प्रदेश भर में उपायुक्तों के माध्यम से मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव हरियाणा सरकार को हड़ताल का नोटिस दिया था, लेकिन सरकार इस मुगालते में रह गई कि सौदेबाजी कर आंदोलन को समाप्त करवा देंगे। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि हम स्पष्ट कर देना चाहते है कि सातवें वेतन आयोग में लिपिक/स्टैनो टाईपिस्ट का वेतन 35400, सहायक/आंकड़ा सहायक/स्टैनोग्राफर 44900, उपाधीक्षक 47600, अधीक्षक 56100 का हकदार बनता है। जिसका लगातार 8 साल से शोषण किया जा रहा है। सरकार लंबे समय से मांग को लटकाकर रखे हुए है, लेकिन अब तमाम प्रदेश का मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मी एकजुट हो गया है।