चरखी दादरी- बत्ती गुल होने पर भी सिविल अस्पताल में नहीं होगा अंधेरा!

चरखी दादरी || स्वास्थ्य विभाग के लाख दावों के बीच दादरी के सिविल अस्पताल में बिजली के पुख्ता प्रबंध नहीं होने पर मोबाइल व दीया की रोशनी में डिलीवरी करने के मामले में चौकान्ने वाला खुलासा हुआ है। अस्पताल के कर्मचारियों की करतूतों के चलते ही अंधेरे में चिकितसकों को डिलीवरी करनी पड़ी थी।

चरखी दादरी || स्वास्थ्य विभाग के लाख दावों के बीच दादरी के सिविल अस्पताल में बिजली के पुख्ता प्रबंध नहीं होने पर मोबाइल व दीया की रोशनी में डिलीवरी करने के मामले में चौकान्ने वाला खुलासा हुआ है। अस्पताल के कर्मचारियों की करतूतों के चलते ही अंधेरे में चिकितसकों को डिलीवरी करनी पड़ी थी। जहां सीएमओ ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है और कई कर्मचारियों पर गाज गिरनी तय है। वहीं अस्पताल में बिजली बैकअप का अस्थाई तौर पर प्रबंध करते हुए विशेष प्रकार के बल्ब लगाए गए हैं। विशेष तौर पर ये रिचार्जेबल हैं और करीब चार घंटे का बैकअप होगा। इन विशेष बल्ब लगने से बिजली की लाइन काटने पर तुरंत जानकारी मिलेगी।

बता दें कि दादरी के सिविल अस्पताल में बत्ती गुल होने की स्थिति में मोबाइल व दीये की रोशनी में डिलीवरी की गई थी। जिसकी विडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। मामला मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग जागा और अस्पताल प्रबंधन को बिजली की ठोस व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए। विभागीय सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के हेडक्वार्टर द्वारा इस मामले में सीएमओ को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया कि जिस समय फोन व दीया की रोशनी में डिलीवरी की जा रही थी, उस समय अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा ही पीछे से बिजली की लाइनें काट दी थी। माना जा रहा है कि जल्द ही जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

सिविल अस्पताल में विभाग ने बिजली समस्या से पार पाने के लिए 35 चार्जिंग बल्ब खरीदे हैं और इनमें से 24 बल्ब अस्पताल परिसर में अलग-अलग जगह लगाए दिए गए हैं। लाइट जाते ही ये बल्ब अपने आप जल जाएंगे। इसके अलावा इमरजेंसी कक्ष स्टाफ को एक ऐसा बल्ब दिया गया जो पानी के संपर्क में आते ही जल जाएगा। विभागीय अधिकारियों को अंदेशा है कि मरीजों की संख्या ज्यादा होने पर कोई कर्मचारी जान-बूझकर भी एमसी गिरा सकता है, ताकि उसे काम न करना पड़ा। अब जो चार्जिंग बल्ब लगाए गए हैं उनसे एमसी डाउन करने का तुरंत पता चल जाएगा सिविल अस्पताल के कार्यवाहक सीएमओ डा. गौरव भारद्वाज ने बताया कि मुख्यालय के निर्देशों पर जांच की जा रही है। डिलीवरी के दौरान जिन कर्मचारियों द्वारा पीछे से बिजली काटी या फिर कोई फाल्ट किया, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं अब ऐसा प्रबंध किया है कि बिजली लाइन काटने के बाद तुरंत जानकारी मिल जाएगी। वहीं अस्पताल में नये इन्वेर्टर लगा दिए हैं और विशेष प्रकार के रिचार्जेबल बल्ब भी लगाए हैं। मामले की जांच की जा रही है जल्द ही कोताही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।