भगवान दक्ष प्रजापति के चित्र पर पुष्प अर्पित व हवन-यज्ञ कर मनाई जयंती
उन्होंने कहा कि हम सभी ने दक्ष प्रजापति महाराज के कुल में जन्म लिया, जो खुद में गौरवान्वित करने वाली बात है। उन्होंने कहा कि प्रजापति समाज दुनिया का पहला वैज्ञानिक है, जिसने मिट्टी के बर्तन का आविष्कार कर दुनिया के को रहने व खाने की कला सिखाई। हमें उनके बताए सद्मार्ग पर चलना चाहिए और समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने की दिशा में आगे बढऩा चाहिए।
भिवानी || लोहड़ बाजार स्थित प्रजापति धर्मशाला में सोमवार को समस्त प्रजापति समाज द्वारा धरती के पहले राजा दक्ष प्रजापति की जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर दक्ष प्रजापति के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके जीवन आदर्श से अवगत करवाया। इस अवसर पर हवन-यज्ञ का भी आयोजन किया गया जाएगा। जिसके उपरांत प्रसाद वितरित भी किया गया। महाराजा दक्ष प्रजापति धरती के प्रथम राजा थे। उन्होंने कहा कि हम सभी ने दक्ष प्रजापति महाराज के कुल में जन्म लिया, जो खुद में गौरवान्वित करने वाली बात है। उन्होंने कहा कि प्रजापति समाज दुनिया का पहला वैज्ञानिक है, जिसने मिट्टी के बर्तन का आविष्कार कर दुनिया के को रहने व खाने की कला सिखाई। हमें उनके बताए सद्मार्ग पर चलना चाहिए और समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने की दिशा में आगे बढऩा चाहिए।
इस मौके पर उन्होंने समाज के युवाओं से अपील की कि युवा वर्ग नशा आदि से दूर रहकर शिक्षा व राजनीतिक क्षेत्र आदि में आगे बढक़र समाज व देश हित में कार्य करें। मामनचंद ने कहा कि आज समाज के युवा सामाजिक बुराईयों के जाल में फंसा हुआ है, ऐसे में महापुरूषों की जयंती या पुण्यतिथि के अवसर पर हमे उन सामाजिक बुराईयों के खिलाफ अभियान छेडऩे का संकल्प लेना होगा, ताकि एक सभ्य समाज की संरचना कर राष्ट्र की तरक्की में अपना योगदान दे सकें, जिसके लिए जरूरी है कि समाज एकजुट होकर आगे बढ़े। इस अवसर पर पार्षद विनोद प्रजापति ने समाज के युवाओं से आह्वान किया कि वे सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यो में बढ़-चढक़र भाग ले, ताकि समाज के सामाजिक एवं राजनीतिक पिछड़ेपन को दूर किया जा सकें।