गुरुग्राम में वीकेंड लॉक डाउन को लेकर व्यापारियों ने किया विरोध प्रदर्शन...
जब गुरुग्राम जिले का रिकवरी रेट 92 प्रतिशत ह तो वीकेंड लॉक डाउन का आखिर क्या औचित्य है" कहना है ओल्ड डीएलएफ के व्यापारियों का दुकानदारों का..दरअसल हरियाणा के गृह मंत्री ने कल देर शाम वीकेंड पर यानी शनिवार और रविवार को प्रदेश भर में बाजारों को दुकानों आफिस को यानी जरूरी सामान को छोड़ बाकी सभी शॉप्स को कोरोना महामारी के बढ़ते दायरे के मधन्यनज़र बंद रखने में आदेश जारी किए थे |
गुरुग्राम (संजय खन्ना) || जब गुरुग्राम जिले का रिकवरी रेट 92 प्रतिशत ह तो वीकेंड लॉक डाउन का आखिर क्या औचित्य है" कहना है ओल्ड डीएलएफ के व्यापारियों का दुकानदारों का..दरअसल हरियाणा के गृह मंत्री ने कल देर शाम वीकेंड पर यानी शनिवार और रविवार को प्रदेश भर में बाजारों को दुकानों आफिस को यानी जरूरी सामान को छोड़ बाकी सभी शॉप्स को कोरोना महामारी के बढ़ते दायरे के मधन्यनज़र बंद रखने में आदेश जारी किए थे | जिसको लेकर अब विरोध होना शुरू हो गया है | इस मामले पर ओल्ड डीएलएफ के सैकड़ो व्यापारियों ने सरकार के इस फैसले को तनाशनशी करार देते हुए भाजपा सरकार का पुतला फूंका |
वही इस मुद्दे पर व्यापारियों की माने तो वीकेंड पर लोग अपने परिवारों के साथ खरीददारी करने के लिए निकलते है ऐसे में सरकार का यह फैसला व्यापारी विरोधी फैसला है और सरकार को इस फैसले पर ध्यान दे इसे फौरन वापिस लेना चाहिए |
वही इस मामले में कपड़े की शोरूम के व्यापारी महेश गोयल की माने तो देश प्रदेश का व्यापारी पहले ही बर्बादी के कगार पर पहुंच चुका है ऐसे में वीकेंड पर बाजार बंदी के आदेश हमे और भुखमरी की और धकेलने वाला जरूर है वही राहुल यादव की माने तो साथ लगते राजधानी दिल्ली में धीरे धीरे सब खोला जा रहा है और गुरुग्राम में सब बन्द यह सरकार की व्यापारी विरोधी मंशा को जाहिर करने में लगा है | वही सदर बाजार में काम करने वाले कर्मचारियों की माने तो महीने में 20 दिन काम करेंगे तो परिवार का गुजारा कैसे करेंगे यह सरकार को बताना चाहिए | दुकान मालिक 20 दिन के सैलरी देगा ऐसे में कैसे होगा परिवार का गुजारा।