भवन निर्माण संयुक्त मोर्चा ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना
उन्होंने कहा कि श्रमिक मजदूरों की पंजीकरण किया जाए एवं फैमिली आईडी को समाप्त किया जाए।कन्यादान की राशि मुहैया करवाई जाए। मजदूर अपनी समस्याओं को लेकर सरकार द्वारा अथोरिटी पटवारी, तहसीलदार, बीडीईओ को प्रमाण पत्र देने के लिए नियुक्त किया गया था लेकिन यह अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं।
भिवानी || भवन निर्माण संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर आज श्रमिक मजदूरों ने स्थानीय हुडडा पार्क से शुरू होकर प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त कार्यालय के समक्ष पहुंचकर तीन दिवसीय सांकेतिक धरना दिया व सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। धरने के दूसरे दिन प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व एटक प्रधान फूलसिंह व राज्य सचिव एटक आजाद ने किया। इस मौके प्रदर्शनकारी व संगठन पदाधिकारीयों ने कहा कि संयुक्त मोर्चा हरियाणा की ओर से बार-बार मजदूरों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, श्रममंत्री, श्रम विभाग के एसीएस आदि से कई बार मुलाकात हो चुकी है और मजदूरों की मांगोंं के बारे में ज्ञापन भी दिया जा चुका है। इसके बावजूद भी श्रमिक मजदूरों की समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि श्रमिक मजदूरों की पंजीकरण किया जाए एवं फैमिली आईडी को समाप्त किया जाए।कन्यादान की राशि मुहैया करवाई जाए। मजदूर अपनी समस्याओं को लेकर सरकार द्वारा अथोरिटी पटवारी, तहसीलदार, बीडीईओ को प्रमाण पत्र देने के लिए नियुक्त किया गया था लेकिन यह अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं।
वहीं उन्होंने कहा कि सन 1996 के कानून के तहत साल में नब्बे दिन काम करने वाले मजदूर को श्रमिक बोर्ड से पंजीकृत दिया जाता है, मजदूर को नब्बे दिन काम करने के बाद भी उसका प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा यह मजदूरों के साथ भेदभाव है। श्रमिक मजदूरों का सरकार लगातार शोषण कर रही है। मजदूर अपनी मांग मनवाने के लिए दिन प्रतिदिन धरने प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बावजूद भी सरकार का इस और कोई ध्यान नहीं है। अगर तीन दिन के श्रमिक मांग नहीं मानी गई तो श्रमिक मजदूर वर्तमान सरकार को गिराने से भी गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि लगभग दो साल से श्रमिक विभाग की साइट बंद होने से लाभार्थी योजनाओं से वंचित हो रहे हैं और दर, दर की ठोकरे खाने पर मजबूर हैं। श्रमिक मजदूर को मिलने वाली सुविधाएं देने में सरकार नाकाम साबित हो रही है।