कुरुक्षेत्र ड्रेन का टूटा नाका, तेज रफ्तार में कुरुक्षेत्र शहर की तरफ बढ़ा तेज पानी
जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट पर रहते हुए कर्मचारियों व अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है वही बाढ़ नियंत्रण कक्ष व व्हाट्सएप फ्लड ग्रुप बनाएं गए है। प्रशासन के प्रवक्ता के मुताबिक अधिकारियों व कर्मचारियों को यदि छुट्टी लेनी होगी वह हेड क्वार्टर बिना उपायुक्त की मंजूरी के नहीं छोड़ा जा सकता 66 पटवारियों जूनियर इंजीनियर व लिपिकों की बाढ़ की आशंका के मद्देनजर ड्यूटी लगाई गई है.
कुरुक्षेत्र || देश के कई इलाकों में तेज भारी और मौसम अलर्ट के साथ बारिश का कहर जारी है और पहाड़ी क्षेत्रों का पानी रिहायशी इलाकों में तबाही मचा रहा है। कुरुक्षेत्र में जोगनाखेड़ा,नरकातारी के बीच छोटी ड्रेन के निकट नहर का तटबंध टूटने से पानी खेतों से घरों की ओर बढ़ रहा है। इधर शाहाबाद क्षेत्र और इस्माईलाबाद के अलावा पिहोवा में भी जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। जिला प्रशासन कंट्रोल रुम से प्रभावित क्षेत्रों के अलावा नदी नहरों की स्थिति की पल पल की जानकारी जुटा रहा है। कुरुक्षेत्र शहर की मुख्य सड़कों पर भी जल भराव है। अगर अगले 24 घंटों में मौसम का यही मिजाज रहा तो स्थित नाजुक बन सकती है।
कुरुक्षेत्र के शाहबाद उपमंडल में मारकंडा नदी में 52 हजार क्यूसिक पानी से दर्जनों गांवों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। वही जिले के लाडवा व पिहोवा खंडों के कुछ गांवों की हालत भी सही नही है, जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट पर रहते हुए कर्मचारियों व अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। वही बाढ़ नियंत्रण कक्ष व व्हाट्सएप फ्लड ग्रुप बनाएं गए है।
प्रशासन के प्रवक्ता के मुताबिक अधिकारियों व कर्मचारियों को यदि छुट्टी लेनी होगी। वह हेड क्वार्टर बिना उपायुक्त की मंजूरी के नहीं छोड़ा जा सकता। 66 पटवारियों जूनियर इंजीनियर व लिपिकों की बाढ़ की आशंका के मद्देनजर ड्यूटी लगाई गई है। वह उपायुक्त कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे। इसके अलावा पटवारी कानूनगो ग्राम सचिव अपने-अपने गांव की रिपोर्ट उचित माध्यम से भिजवा जाएगा। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के साथ-साथ एक फ्लड कंट्रोल व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है जिसमें सभी जानकारियां समझा कि जाएंगे।