बॉलीवुड फिल्म थ्री-ईडियट्स के पेट्रन से मिलती जुलती है हरियाणा की नई शिक्षा नीति...
बॉलीवुड फिल्म थ्री-ईडियट्स के पेट्रन से मिलती जुलती है नई शिक्षा नीति। यह कहना है हरियाणा के शिक्षा मंत्री चौधरी कंवर पाल गुर्जर का। उनकी माने तो जिस तरह फिल्म में संदेश दिया गया है कि अगर विद्यार्थी को उसी विषय में आगे बढ़ने में सहयोग किया जाएं जिस में उसकी रुचि है तो वह उसमें कमाल करके दिखा सकता है। नई शिक्षा नीति में भी सरकार ने कुछ ऐसा ही बदलाव किया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा का बजट भी बढ़ाया गया है, ताकि सरकार का हर बच्चे को शिक्षित करने का सपना भी पूरा हो सके। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार बहुत जल्द स्कूल खोलने की तैयारी कर रही है। मगर अभिभावकों पर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा। जो लोग अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते उनके बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। और स्कूल में उसकी गैर हाजरी भी नहीं लगाई जाएगी।
यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय) || भारत सरकार द्वारा बनाई गई नई शिक्षा नीति को लेकर हरियाणा के शिक्षा मंत्री चौधरी कंवर पाल गुर्जर बेहद खुश एवं संतुष्ट नजर आए। उन्होंने एक विशेष बातचीत के दौरान कहा कि चारों तरफ नई शिक्षा नीति की तारीफ हो रही है | पुरानी शिक्षा नीति 1986 में बनाई गई थी जिसमें 1996 में कुछ सुधार किया गया था। मगर तत्कालीन सरकार इसे लागू नहीं कर पाई थी। भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में यह घोषणा की थी कि सरकार में आने के बाद नई शिक्षा नीति को लागू किया जाएगा। हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसरो के पूर्व अध्यक्ष श्री कृष्ण स्वामी कस्तूरी रंजन की अध्यक्षता में गठन की गई एक कमेटी द्वारा इस नई शिक्षा नीति को बनाया है। जिसकी हर तरफ तारीफ की जा रही है।
कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि व्यक्ति जितना अपनी मातृभाषा में सहज अनुभव करता है किसी दूसरी भाषा में कर ही नहीं सकता। इसी के चलते पांचवी तक के छात्रों को मातृभाषा की शिक्षा दी जाएगी। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार 2030 तक सभी बच्चों को शिक्षित करने का सपना देख रही है। इसके लिए शिक्षा का बजट 4.43% से बढ़ाकर 6% कर दिया गया है। इसके अलावा बच्चों को नई शिक्षा नीति के अनुसार कृषि, कानून की जानकारी, चिकित्सा और तकनीकी शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय भी पढ़ाए जाएंगे जिसका बच्चों को बहुत लाभ मिलेगा।
शिक्षा मंत्री ने बॉलीवुड फिल्म थ्री-ईडियट्स का जिक्र करते हुए कहा कि फिल्में समाज का आइना होता है जिस तरह थ्री-ईडियट्स फिल्म में दिखाया गया है कि हो सकता है की साइंस का छात्र किसी ऐसे विषय में कमाल कर के दिखा दें जो उसका विषय भले ही ना हो लेकिन वह उसमें रुचि रखता हो। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति में ऐसे विद्यार्थीयों को अपने विषय से हट कर दूसरे विषय को भी पढ़ने की छूट दी गई है।
शिक्षा मंत्री ने दावा किया कि सरकार अब छोटे बच्चों को लेकर भी चिंता कर रही है। और इसी कड़ी में ग्रामीण स्तर पर किड्स स्कूल खोलने की शुरुआत कर दी गई है। इसके अलावा मिड-डे मील में विस्तार करके अब बच्चों को ब्रेकफास्ट भी दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने यह चिंता भी जाहिर की कि प्रदेश को ट्रेंड टीचरों की बहुत आवश्यकता है। इसके लिए प्लस-टू करने के बाद लोगों को चार साल का कोर्स कवाया जाएगा जिस दौरान उन्हें विशेष फील्ड में ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसके मुताबिक चिकित्सा क्षेत्र में ट्रेनिंग लेने वाला टीचर चिकित्सा क्षेत्र के छात्रों को ही पढ़ाने का काम करेगा।यह भी बच्चों के लिए सबसे लाभ दायक साबित होने वाला है। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार बहुत जल्द स्कूल खोलने की तैयारी कर रही है। मगर अभिभावकों पर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा। जो लोग अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते उनके बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। और स्कूल में उसकी गैर हाजरी भी नहीं लगाई जाएगी।