चरखी दादरी के गांव बास के भूपेन्द्र सिंह चौहान बारामुला में आतंकी हमले में हुए शहीद...
शुक्रवार रात को बारामुला में आतंकी हमले में शहीद हुए सेना के तीन जवानों में एक चरखी दादरी जिले के गांव बास के भूपेन्द्र सिंह चौहान भी थे। उनकी शहादत की खबर गांव में पहुंचने के बाद से यंहा शोक की लहर है। शहीद के घर सांत्वना देने वालों का तांता लगा है।
चरखी दादरी (प्रदीप साहू) || शुक्रवार रात को बारामुला में आतंकी हमले में शहीद हुए सेना के तीन जवानों में एक चरखी दादरी जिले के गांव बास के भूपेन्द्र सिंह चौहान भी थे। उनकी शहादत की खबर गांव में पहुंचने के बाद से यंहा शोक की लहर है। शहीद के घर सांत्वना देने वालों का तांता लगा है। भूपेन्द्र सिंह का पार्थिव शरीर सोमवार को गांव में पहुंचेगा। गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। अठारह माह पहले ही भूपेन्द्र की शादी हुई थी। भूपेन्द्र सिंह की शादी के बाद उनका एक छ: माह का बेटा है। भूपेन्द्र सिंह अपनी डयूटी के चलते अपने लाडले बेटे से एक ही बार मिल पाएं थे। शहीद का छोटा भाई दीपक भी फौज में भर्ती होने के लिए तैयारियां कर रहा है।
गौरतलब है कि चरखी दादरी जिले के गांव बास (रानीला) के किसान मलखान का 22 वर्षीय बेटा भूपेन्द्र सिंह चौहान जम्मू-कश्मीर में तैनात था। आतंकवादियों ने सेना की चेक पोस्ट को मोर्टार दागा, जिसमें भूपेन्द्र सहित तीन जवान शहीद हो गए। शहीद के पार्थिव शरीर को रविवार सुबह श्रीनगर में श्रदांजली दी जाएगी। इसके बाद में फलाइट से नयी दिल्ली पार्थिव शरीर भेजा जाएगा। वंहा पर वॉर मेमोरियल में श्रदांजली दी जाएगी। इसके बाद सोमवार को शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा। जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।