भिवानी- करीबन दो सप्ताह के बाद गौरक्षकों का संघर्ष लाया रंग, नप ने मानी मांगे!

भिवानी || बेजुबान घायल जानवरों के ईलाज के लिए गौरक्षकों को दी गई एंबुलैंस को ठीक करवाने, 24 घंटे ड्राईवर की सुविधा, नगर परिषद की तरफ से 24 घंटे पशु चिकित्सक की सुविधा देने की मांग लेकर करीबन दो सप्ताह से धरने पर बैठे गौरक्षकों का संघर्ष आखिरकार रंग लाया तथा गौरक्षकों की मांगों के आगे नगर परिषद को अपने घुटने टेकते हुए उनकी मांगों को मानना ही पड़ा।

भिवानी || बेजुबान घायल जानवरों के ईलाज के लिए गौरक्षकों को दी गई एंबुलैंस को ठीक करवाने, 24 घंटे ड्राईवर की सुविधा, नगर परिषद की तरफ से 24 घंटे पशु चिकित्सक की सुविधा देने की मांग लेकर करीबन दो सप्ताह से धरने पर बैठे गौरक्षकों का संघर्ष आखिरकार रंग लाया तथा गौरक्षकों की मांगों के आगे नगर परिषद को अपने घुटने टेकते हुए उनकी मांगों को मानना ही पड़ा। जिसके बाद शनिवार को सिद्धपीठ बाबा जहरगिरी आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय श्रीमहंत जूना अखाड़ा डा. अशोक गिरी महाराज व अखंड भारत माता मंदिर के संस्थापक कोलतंत्राचार्य माई महाराज ने जूस पिलाकर गौरक्षकों का अनशन समाप्त करवाया।

बता दे कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार के नेतृत्व में गौरक्षक पिछले 12 दिनों से स्थानीय नगर परिषद कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे थे। जिसके चलते बेजुबान घायल जानवरों के ईलाज में भारी परेशानियां आ रही थी तथा गौरक्षकों के धरने के चलते घायल जानवर काल का ग्रास बन रहे थे। इसी के मद्देनजर शनिवार को भिवानी नगर परिषद के चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप एवं वाईस चेयरमैन सतेंद्र मोर के साथ गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार सहित अन्य गौरक्षकों की वार्ता बैठक हुई। काफी देर की बातचीत के बाद नगर परिषद अधिकारियों ने गौरक्षकों की सभी मांगे मान ली तथा उन्हे आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द उन मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। जिसके बाद गौरक्षकों ने अपना अनशन व धरना समाप्त कर लिया।

गौरक्षकों का अनशन समाप्त करवाने पहुंचे डा. अशोक गिरी महाराज ने कहा कि समाज में सभी वर्ग एक-दूसरे के पूरक होते है तथा किसी भी मामले को सिर्फ बातचीत व आपसी तालमेल के सहारे ही समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद अधिकारियों व गौरक्षकों का सराहनीय कदम है कि उन्होंने बातचीत के सहारे अपने मसले सुलझा लिए, क्योंकि अब घायल जानवरों का ईलाज ओर भी बेहतरीन ढ़ंग से हो पाएगा। इस मौके पर गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने कहा कि उन्हे नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि की तरफ से जल्द मांगें माने जाने का आश्वासन मिला, जिसके बाद उन्होंने अपनी हड़ताल व अनशन खत्म कर लिया। साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि उनसे वायदा खिलाफी होती है तो इस बारे वे ओर भी बड़े स्तर पर नप के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। परमार ने कहा कि गौरक्षकों का उद्देश्य सिर्फ बेजुबान जानवरों की सेवा करना है तथा घायल जानवरों तक समय पर चिकित्सा सुविधा पहुंचाई जा सकें, इसी मांग को लेकर वे धरने पर बैठे थे।