अंबाला में पत्रकारिता की आड़ में सट्टे का काम वाला आरोपी युवक गिरफ्तार...
अंबाला में पत्रकारिता की आड़ में सट्टे का काम करने के आरोप में , एक युवक की शिकायत पहुंची थाने , सट्टे के कोड वर्ड्स बोल कर सट्टा लिखवाने की आडियो क्लिपिंग भी हुई वायरल , युवक पर पहले भी 420 सहित एक नामी चैनल का नाम इस्तेमाल करने के दो मामले हैं दर्ज , सराकरी DIPRO विभाग ने भी जारी की चिट्ठी , उनके रिकार्ड में नहीं दर्ज युवक का नाम ।
अम्बाला (अंकुर कपूर) || पत्रकारिता की आड़ में अवैध धंधों को अंजाम देने वाले एक फर्जी पत्रकार का पर्दाफाश हुआ है। एक नामी चैनल के नाम पर फेसबुक पेज बनाकर खुद को पत्रकार बताने वाले शख्स पर सट्टेबाजी और जुआ खिलवाने के धंधों के आरोप लगे है। इस फर्जी पत्रकार पर पहले से ही IPC की धारा 420 व अन्य आपराधिक धाराओं के तहत दो मुकदमे भी दर्ज हैं। लेकिन इस बार इस पर आरोप सट्टेबाजी के लगे हैं जिनकी ऑडियो क्लिप्स भी शिकायतकर्ता ने पुलिस के हवाले की हैं। इन ऑडियो क्लिप्स में खुद को पत्रकार कहने वाला व्यक्ति सट्टा खिलाने वाले कई कोडवर्ड्स का इस्तेमाल कर रहा है , जिन्हें अंबाला पुलिस डि कोड करके इसके काले कारनामों से पर्दा उठाएगी।
अंबाला में एक युवक ने अपने गैरकानूनी मंसूबों को अंजाम देने के लिए पत्रकारिता जैसे पाक पेशे की आड़ ली तो उसे वह सब महंगा पड़ गया। शहर में खुद को पत्रकार बताने वाला शख्स एक नामी चैनल के नाम पर फेसबुक पेज बनाकर लोगों के साथ साथ पुलिस और प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहा था। इसके इस कारनामे का एक मामला पहले ही अंबाला शहर के थाना बलदेव नगर में दर्ज है । अब इसके गोरखधंधों से और पर्दा उठने लगा है। दरअसल इस फर्जी पत्रकार के खिलाफ अंबाला के नग्गल पुलिस थाने में एक शिकायत पहुंची है। जिससे ये खुलासा हुआ है कि खुद को पत्रकार बताकर ये पत्रकारिता की आड़ में किन काले कारनामों को अंजाम देता है। नग्गल पुलिस थाने पहुंचे शिकायतकर्ता ने पुलिस को शिकायत और कुछ ऑडियो क्लिप्स सौंपी हैं। जिनमें ये आरोप हैं कि खुद को पत्रकार कहने वाला व्यक्ति सट्टेबाजी और जुआ खिलवाने जैसे संगीन अपराधों को अंजाम देने के लिए खुद को पत्रकार बताता है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को शिकायत के साथ साथ ऑडियो क्लिप भी सौंपी हैं। उन आडियो क्लिप्स में लिए गए नामों को अगर गूगल में सर्च करें तो उसका कनेक्शन सीधे तौर पर सट्टे की विभिन्न साइटों ओर खुलता है , जो पूरी तरह से अवैध हैं । इस सब के बाद अब पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो जिन कोडवर्ड्स का इस्तेमाल ऑडियो में किया जा रहा है उन्हें डि कोड करके मामले की तह तक पहुंचा जाएगा , और इस युवक के तार कहां कहां जुड़े हैं उसे भी खंगाला जाएगा ।
आप को बता दें कि अपने अवैध कार्यों को अंजाम देने के लिए ये स्वर्णजीत नाम का फर्जी पत्रकार प्रशासन और लोगों की नजरों में धूल झोंकने के लिए नामी चैनल के नाम का फेस बुक पेज भी बनाये हुए था जिसपर ये खुद खबरों से संबंधित जानकारी भी देता था। ऐसे ही ये फर्जी पत्रकार एक दिन अंबाला के सिविल सर्जन कार्यालय में भी पहुंचकर महिला ट्रेनी से भी उलझ गया था। जिसकी जानकारी खुद अंबाला के सिविल सर्जन ने दी। खुद को पत्रकार बताने वाले इस फर्जी पत्रकार की ये शिकायत थाने पहुंची तो खुलासा हुआ कि इसके खिलाफ पहले ही अंबाला शहर के बलदेव नगर थाने में किसी राष्ट्रीय चैनल के नाम के ट्रेड मार्क को इस्तेमाल करने का मामला दर्ज है । ऐसे में मामले की संगीनता को देखते हुए अंबाला पुलिस ने पत्रकारों के सरकारी विभाग DIPRO से पड़ताल की और इस व्यक्ति के पत्रकार होने या न होने संबधी जानकारी मांगी तो DIPRO ने स्पष्ट शब्दों में ये जानकारी दी कि स्वर्णजीत नाम के किसी व्यक्ति का बतौर पत्रकार उनके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। इसके बाद पुलिस ने दो दिन पूर्व ही इस पर आईपीसी की धारा 420 , 323 , 506 और 354 के तहत मामला दर्ज कर लिया ।