महिला बिल के नाम पर भाजपा ने बनाया चुनावी जुमला:- पंकज डाबर
महिलाओं को आरक्षण देने का सपना देश के पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने संजोया था और कांग्रेस पार्टी चाहती है कि जल्द से जल्द महिलाओं को उनका अधिकार मिले। श्रीमती सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी ने महिला आरक्षण बिल में ओबीसी महिलाओं को अधिकार दिलाने की वकालत संसद में की और जातिगत जनगणना करने की भी बात कही। साथ ही महिला आरक्षण 2024 में लागू करने के लिए भी अपना पक्ष रखा।
गुरुग्राम || हर पार्टी में विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला लिया जाता है, लेकिन भाजपा ऐसी पार्टी है जिसमें आरएसएस जो कहती है वहीं होता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डाबर की माने तो कांग्रेस ने बिना किसी विरोध के बिल को स्वीकृति दे दी, लेकिन यह बिल अब 2024 में लाया जाना था, लेकिन भाजपा ने इस पर भी चुनावी जुमला खेला है। उन्होंने कहा कि इस बिल में ओबीसी व अन्य पिछड़ा वर्गों के लिए भी आरक्षण होना चाहिए था, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। भाजपा जो कर रही है उससे साफ है कि भाजपा ओबीसी विरोधी पार्टी है। देश के 90 सचिवों में से मात्र 3 सचिव ओबीसी के हैं और यही हाल एससी-एसटी का है। भाजपा चाहती है 2029 तक महिलाओं को आरक्षण ना मिले। भाजपा का ओबीसी व महिला विरोधी चेहरा आज पूरा देश देख रहा है। महिलाओं को आरक्षण देने का सपना देश के पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने संजोया था और कांग्रेस पार्टी चाहती है कि जल्द से जल्द महिलाओं को उनका अधिकार मिले। श्रीमती सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी ने महिला आरक्षण बिल में ओबीसी महिलाओं को अधिकार दिलाने की वकालत संसद में की और जातिगत जनगणना करने की भी बात कही। साथ ही महिला आरक्षण 2024 में लागू करने के लिए भी अपना पक्ष रखा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती 2 अक्टूबर के मौके पर सभी प्रदेशों की राजधानी में ओबीसी विभाग द्वारा श्रीमती सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे व राहुल गांधी का ओबीसी की वकालत करने के लिए धन्यवाद व भाजपा के ओबीसी विरोधी चेहरे को उजागर करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं 28 सितंबर को पूरे देश भर में प्रदर्शन किया जाएगा। भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के अमर्यादित बयान ने इनके अंदर भरे साम्प्रदायिक जहर को बाहर निकाल दिया है। नई संसद में जब यह अमर्यादित बयान दिया गया उस वक्त गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। क्या वह इस पर एक्शन लेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी किसी धर्म के खिलाफ न तो कोई टिप्पणी करती हैं और न ही बर्दाश्त करती हैं। उन्होंने महिला आरक्षण बिल को लेकर कहा कि चुनाव नजदीक आते ही यह जुमला डाला गया है। अगर इस बिल को लागू करने की नीयत ही थी तो यह पहले भी लागू हो सकता था।