यमुनानगर में स्कूली बच्चों द्वारा नेहरू पार्क से जागरूकता रैली निकाली गई
पर्यावरण आज दुनिया की बहुत बड़ी समस्या है। इसका समाधान केवल एक ही है वह है जागरूकता। जागरूकता से इसके बारे में जानकारी मिलेगी कि क्या पर्यावरण के लिए हानिकारक है और कैसे हम इसको नियंत्रित कर सकते हैं। जहां तक वायु प्रदूषण की बात है काफी हद तक हमने उसको कंट्रोल किया है। लेकिन जल प्रदूषण अभी काफी है। उन सभी को ठीक करने के लिए जहां इंडस्ट्रीलिस्ट के सहयोग की भी जरूरत है वह वायु प्रदूषण के लिए पेड़ लगाने की भी जरूरत है।
यमुनानगर || आज विश्व पर्यावरण दिवस है. इस मौके पर यमुनानगर में स्कूली बच्चों द्वारा नेहरू पार्क से जागरूकता रैली निकाली गई। जिसको वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं इस मौके पर नेहरू पार्क में वन एवं पर्यावरण मंत्री ने पौधारोपण भी किया। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि लगातार हम पर्यावरण की दृष्टि से काम कर रहे हैं। इस बार भी 3 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं उन्होंने कहा कि पहले सरकार द्वारा पंचायत की खाली भूमि पर बाग लगाए गए। अब इस बार प्रदेश के सभी (शिव धाम) श्मशान घाटों में जहां पर खाली जगह है उन्हें हरा-भरा किया जाएगा और वहां पर पेड़ लगाए जाएंगे। वहीं उन्होंने कहा कि बच्चों में भी इसके प्रति जागरूकता आए इसके लिए शिक्षा विभाग में भी हम नौवीं क्लास के जो छात्र हैं उनको एक पेड़ देंगे और वह बच्चे पेड़ लगाएंगे। और जब वह 12वीं पास करेंगे तब उसकी समीक्षा की जाएगी और उसके हिसाब से उन्हें पांच नंबर में से नंबर दिए जाएंगे।
पर्यावरण मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि समाज को जागरूक करने के लिए आज बच्चों द्वारा एक जागरूकता रैली निकाली गई ताकि समाज को इसके बारे में पता चले और यहां पर पौधारोपण भी किया गया। वहीं उन्होंने कहा कि पर्यावरण आज दुनिया की बहुत बड़ी समस्या है। इसका समाधान केवल एक ही है वह है जागरूकता। जागरूकता से इसके बारे में जानकारी मिलेगी कि क्या पर्यावरण के लिए हानिकारक है और कैसे हम इसको नियंत्रित कर सकते हैं। जहां तक वायु प्रदूषण की बात है काफी हद तक हमने उसको कंट्रोल किया है। लेकिन जल प्रदूषण अभी काफी है। उन सभी को ठीक करने के लिए जहां इंडस्ट्रीलिस्ट के सहयोग की भी जरूरत है वह वायु प्रदूषण के लिए पेड़ लगाने की भी जरूरत है। पानी के बचाव की भी जरूरत है, और पानी को दूषित ना हो उसमें गंदगी ना डाले। इसको भी ध्यान में रखने की जरूरत है। अनट्रीटेड पानी नीचे जमीन में नहीं छोड़ना चाहिए। इस प्रकार बहुत सी चीजें हैं यह सब कुछ तब संभव है अगर सारा समाज जागरूक होगा। आज की रैली विशेष रूप से इसीलिए है की इससे समाज में एक संदेश जाये।
वही उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी हमारा 3 करोड पेड़ लगाने का टारगेट है। इससे पहले भी हमने एक योजना चलाई और प्रदेश में पंचायत की जमीन पर बाग लगाने का काम किया। अगर एक बाग स्थापित होता है तो अगले 50 से 70 वर्ष तक वह सुरक्षित रहता है। इस बार जो शिव धाम है यानी कि शमशान घाट उसको हमने टारगेट किया है। लगभग सभी श्मशान घाट में जगह खाली है। 80 परसेंट ऐसे श्मशान घाट है जहां पर काफी जमीन है। अबकी बार हमने उसको टारगेट किया है उस पर हम पेड़ लगाएंगे और वह हरा भरा होगा। इससे गांव के लोगों को भी फायदा होगा छाया मिलेगी और पर्यावरण की दृष्टि से भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण हमारी लाइफ लाइन है अगर हम इस पर ध्यान नहीं देंगे स्वयं अपना अहित करेंगे। अगर पेड़ होंगे तभी मौसम ठीक होगा और पर्यावरण ठीक होगा और बरसात भी सही होगी और जमीन का जो पानी का स्तर है तभी ठीक होगा। इस बार हमने शिक्षा में भी नौवीं क्लास के जो बच्चे है उनको पेड़ देंगे। जब वह 12वीं पास करेगा तब उसकी समीक्षा करेंगे। जैसा ही पेड़ बड़ा होगा उसके हिसाब से उनको एक से पांच नंबर दिए जाएंगे।