आशा कर्मचारियों ने दिल्ली कूच की भरी हुंकार
उन्होंने कहा कि सरकार से मिलने के लिए प्रयास किया गया तो कभी कोई मंत्री फोन नहीं उठाता या फिर सीएम की तबीयत खराब होने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनसंवाद कार्यक्रम के लिए उनकी तबीयत ठीक हो जाती है, केवल आशाओं की मांगों को सरकार अनसुना कर रही है, लेकिन आशा कर्मचारी चुप बैठने वाली नहीं है।
भिवानी || आशा कर्मचारियों ने सरकार पर उनकी मांगों की अनदेखी करने व इस मुद्दे पर बातचीत न करने का आरोप लगाया है। इसी कड़ी में आज बुधवार को भिवानी लघु सचिवालय के समक्ष एकत्रित हुई और अपनी मांगों को लेकर आगामी रणनीति अख्तियार की। उनका कहना था कि सरकार इस मुद्दे पर आनाकानी कर रही है लेकिन आशा कर्मचारी चुप बैठने वाली नहीं हैं। उन्होंने बताया कि पंचकूला में डेलिगेशन से सरकार ने आशा कर्मचारियों से एक सप्ताह का समय मांगा था लेकिन सप्ताह बीत जाने के बावजूद बातचीत करने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार से मिलने के लिए प्रयास किया गया तो कभी कोई मंत्री फोन नहीं उठाता या फिर सीएम की तबीयत खराब होने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनसंवाद कार्यक्रम के लिए उनकी तबीयत ठीक हो जाती है, केवल आशाओं की मांगों को सरकार अनसुना कर रही है, लेकिन आशा कर्मचारी चुप बैठने वाली नहीं है। वहीं उन्होंने आगामी रणनीति तैयार करते हुए बताया कि 18 अक्टूबर को विधायक व मंत्री के आवास के समक्ष मांगों को लेकर रात्रि पड़ाव प्रत्येक जिले में आशाएं करेंगी। इसके साथ ही 30 अक्टूबर को दिल्ली कूच किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार समय रहते उनसे बातचीत करे और मांगों को पूरा करे। आशा कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर 65 दिन से लगातार संघर्षरत हैं और जेल भरो जैसा आंदोलन भी किया है। लेकिन देखना होगा कि उनके आगामी आंदोलन के बाद उनकी समस्या का क्या हल निकल पाता है।