हिसार में आशा वर्करों ने डिप्टी सी एम दुष्यंत चौटाला का फूंका पुतला...
हिसार आशा वर्कर यूनियन ने प्रदर्शन करते हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यत चौटाला का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया। इसकी अध्यक्षता अध्यक्षता सीमा देवी ने की और संचालन अनिता द्वारा किया गया।
हिसार (प्रवीण कुमार) || हिसार आशा वर्कर यूनियन ने प्रदर्शन करते हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यत चौटाला का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया। इसकी अध्यक्षता अध्यक्षता सीमा देवी ने की और संचालन अनिता द्वारा किया गया। आज सुबह से ही आशा वर्कर हिसार के क्रांति मान पार्क में इक_ा होना शुरू हो गई उसके पश्चात सभी आशा वर्कर पार्क में सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अपना विरोध जताया। पार्क के अंदर विभिन्न वक्ताओं ने अपने अपने बातचीत रखी क्रांति मान पारक से सभी आशा वर्कर ने हरियाणा सरकार के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का पुतला बनाया और फिर एक लकड़ी की अर्थी तैयार करके उस पर पुतले को रखकर बारी बारी से सभी आशा वर्कर हरियाणा सरकार की अर्थी को कंधा देते हुए और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए जुलूस के रूप में इक_ा होकर प्रदर्शन करते हुए फवारा चौक से होते हुए राजगढ़ रोड़ से उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचे। उपायुक्त कार्यालय पर पहुंच कर सरकार विरोधी नारे लगाए और अपनी मांगों के पक्ष में बातें रखते हुए हरियाणा सरकार के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का पुलिस प्रशासन की मौजूदगी मे अर्थी को फूकां। प्रशासन ने भी आशा वर्करों के प्रदर्शन को गंभीरता से लेते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया।
सीटू नेतााओं ने कहा कि सरकार ने करोना की आड़ में सभी सरकारी महकमों को बेचने की तैयारी कर ली है अधिकतर सरकारी महकमें सरकार ने निजी हाथों में सौंप दिए हैं जो कुछ बचे हैं उन्हें भी हरियाणा सरकार एवं केंद्र की सरकार मनमाने दामों पर अपने चहेतों को सौंप रही है जिससे लाखों लोग बेरोजगारी की तरफ बढ़ रहे हैं जबकि सरकार ने कहा था कि हर साल 2 करोड लोगों को रोजगार देंगे रोजगार देना तो दूर जिन लोगों को रोजगार उपलब्ध था करोना महामारी में अनेकों फैक्ट्रियों में भारी छंटनी कर दी गई है लोगों को खाने के लाले पड़े हुए हैं आने वाले दिनों में हालात और भी बदतर होने वाली है सरकार अपनी मनमर्जी कर रही है मै वह किसी की नहीं सुन रही है देश के बड़े बड़े अर्थशास्त्री तक यह बोल चुके हैं कि लोगों को करोना जैसी महामारी के बीच आर्थिक सहायता आर्थिक पैकेज देने चाहिए ताकि देश की अर्थव्यवस्था सुचारु रुप से चल सके परंतु मोदी सरकार और हरियाणा की खट्टर सरकार चुप्पी मारे हुए हैं और सार्वजनिक संस्थानों को बेचने की स्पीड को तेज किए है अगर यही हाल रहा तो आने वाले 3 सालों में देश की अर्थव्यवस्था डूबने के कगार पर पहुंच जाएगी जिससे देश कई वर्षों पीछे चला जाएगा। जब सारे सरकारी महकमे बिक जाएंगे तो सबसे पहले स्कीम वर्करों पर नौकरी का संकट बनेगा। इसलिए सभी आशा वर्करों से यही उम्मीद करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा भाग लेते हुए संघर्ष को और मजबूत करेंगे और संगठन को भी मजबूती देते हुए अपने लड़ाई जरूर जीतेंगे। आशा वर्करों की मांगो में जनता को गुणवता स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतू सरकारी स्वास्थ्य के ढ़ाचें को मजबूत किया जाए व एनएचएम को स्थाई किया जाए। आठ एक्टिविटी का काटा गया 50 प्रतिषत भी तुरंत वापस लागू किया। कोविड.19 में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर 4000 दिए जाएं। कोविड.19 के लिए दिए जा रहे 1000 प्रोत्साहन राशि का 50 दिया जाए। गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटना के शिकार आशाओं को सरकार के पैनल अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाए ।आशाओं को समुदायिक स्तरीय स्थाई कर्मचारी बनाया जाए। जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए और इसे महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए। ईएसआई एवं पीएफ की भी सुविधा दी जाए। आशा वर्कर्स को हेल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए। 21 जुलाई 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के सभी बचे हुए निर्णय को लागू किया जाए।
पूर्व प्रधान दर्शना ने बताया कि आशा वर्कर यूनियन के पूर्व प्रधान ने कहा कि आज डिप्टी सीएम का पुतला फूका गया है। जब तक मांग पूरी नही होगी आंदोलन जारी रहेगा उनका धरना आज 19 दिन प्रवेश गया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांगे पूरी नही होती तो उनका आंदोलन जारी रहेगा