आशा वर्कर का धरना 15वें दिन में प्रवेश, पंचकुला में दहाड़ेंगी आशा वर्कर्स

जब तक सरकार मांगों का समझौता लागू नहीं करती तब तक आशाएं पीछे हटने वाली नहीं हैं। आपको बता दें कि 8 अगस्त को अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने अपना तीन दिवसीय धरना भिवानी लघु सचिवालय के समक्ष शुरू किया था! लेकिन सरकार की तरफ से बातचीत न होने के कारण उन्होंने इस हड़ताल को 21 अगस्त यानी कल तक बढ़ा दिया था।

भिवानी || वर्ष 2018 में सरकार के साथ मांगों पर हुए समझौते को लागू करवाने के मकसद से आशा वर्कर्स लगातार धरना प्रदर्शन कर रही हैं।इसी कड़ी में आज मंगलवार को वर्कर्स का धरना 15वें दिन में प्रवेश कर गया है।इसके साथ ही उन्होंने आज आगामी आंदोलन की रणनीति अख्तियार कर ली है। उनका कहना था कि जब तक सरकार मांगों का समझौता लागू नहीं करती तब तक आशाएं पीछे हटने वाली नहीं हैं। आपको बता दें कि 8 अगस्त को अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने अपना तीन दिवसीय धरना भिवानी लघु सचिवालय के समक्ष शुरू किया था! लेकिन सरकार की तरफ से बातचीत न होने के कारण उन्होंने इस हड़ताल को 21 अगस्त यानी कल तक बढ़ा दिया था।हड़ताल के बीच उनके द्वारा शहर में प्रदर्शन करते हुए विधायक के आवास का भी घेराव किया गया और ज्ञापन पत्र दिया गया था, लेकिंन को सुध न लेने की वजह से आज मंगलवार को आशाओं ने धरने पर नारेबाजी करते हुए, अगामी आंदोलन की रूप रेखा तैयार की है।वे 28 अगस्त को पंचकूला में दहाड़ेंगी।उनका कहना था कि सरकार जल्द उनकी मांगें माने ,नहीं तो वे अब पीछे हटने वाली नहीं है और हड़ताल जारी रखने की बात भी उनके द्वारा कही गई है।

इस मौके पर आशा वर्कर्स ने कहा कि वेतनमां में बढोतरी की जाए ,वर्कर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए,समय पर वेतन दिया जाए, हर वर्ष ड्रेस उपलब्ध करवाई जाए,2018 में हुए समझौता लागू हो,इसी तरह की उनकी  मांगे हैं जिसको लेकर वे धरनारत है।उन्होंने कहा कि आगामी 28 अगस्त को पंचकूला में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।सरकार समय रहते समझौता लागू करे।