आशा कर्मचारियों का फूटा गुस्सा, थाली चम्मच बजाकर किया प्रदर्शन

आक्रोश प्रदर्शन व हड़ताल सभा को संबोधित करते हुए यूनियन राज्य कोषायध्क्ष अनीता झज्जर ने कहा कि आज स्वास्थय मंत्री ने आशा कर्मीयो के डेलिगेशन को बातचीत के लिए बुलाया था। मगर कल ही हमे सुचना मिली की स्वास्थय मंत्री के बातचीत को रद्द कर दिया गया है। जिससे आशा कर्मीयों का गुस्सा सातवे आसमान पर हैं।

भिवानी || आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा के आह्वान पर बकाया मांगो के लिए जारी आशा वर्करों की हड़ताल 37 वे दिन भी जारी रही। आशा कर्मीयों ने कृषि मंत्री आवास पर थाली-चम्मच के साथ के साथ जोरदार आक्रोश प्रदर्शन किया, कृषि मंत्री के दरवाजे हाय-हाय के लगे नारे। आशा कर्मीयों ने कृषि मंत्री के पीए के मार्फत मंत्री को सौपा ज्ञापन। सरकार से सदबुद्वि लेते हुए जल्द मांगो का समाधान करने की मांग की। आज के थाली-चम्मच प्रदर्शन व हड़ताल की अध्यक्षता जिला प्रधान हुकम कौर, संचालन जिला सचिव सुशीला सरोहा ने की। आक्रोश प्रदर्शन व हड़ताल सभा को संबोधित करते हुए यूनियन राज्य कोषायध्क्ष अनीता झज्जर ने कहा कि आज स्वास्थय मंत्री ने आशा कर्मीयो के डेलिगेशन को बातचीत के लिए बुलाया था। मगर कल ही हमे सुचना मिली की स्वास्थय मंत्री के बातचीत को रद्द कर दिया गया है। जिससे आशा कर्मीयों का गुस्सा सातवे आसमान पर हैं। आज अपना गुस्से का इजहार के लिए अम्बाला की आशा कर्मी जब स्वास्थय मंत्री के आवास पर जा रही थी पुलिस प्रशासन ने सभी आशा कर्मीयो को गिरफतार करके करनाल बस अड्डें पर छोड दिया। जिससे प्रदेश की सभी 20000 हजार आशा कर्मीयों में रोष हैं।

उन्होने कहा कि आज देश व प्रदेश की सरकार स्वास्थय विभाग को मजबूत करने की बजाये नीजि हस्पतालों को लाभ पंहुचाने का काम कर रही हैं। जिसके चलते पीएचसी, सीएचसी व नागरिक हस्पतालों में डॉक्टर के सैकडों पद खाली पड़े हैं यहा तक कि टेस्ट मशीन व दवाईयों का भी भारी अभाव हैं। जिसके चलते जनता को नीजि हस्पतालों का रूख करना पड़ता हैं जहां उनका भारी शोषण किया जा रहा हैं। उन्होने कहा कि  20000 आशा कर्मी 37 दिन से हड़ताल पर हैं। मगर हरियाणा सरकार देश में सबसे ज्यादा देने का राग अलाप रही हैं। जबकि हालत ये हैं कि 2018 में हरियाणा सरकार ने 4000 रूपये मासिक वेतन लागू किया था। जिसके बाद से महंगाई में कई गुणा बढौतरी हो चुकी है व कई तरह के नये काम आशा कर्मीयों पर लाद दिये गये हैं। यूनियन राज्य कमेटी के आह्वान पर जिला स्तर पर सभी पंचायत व शहरी प्रतिनिधियो को शामिल करते हुए जनपंचायत करने व गांव व मौहल्ला स्तर पर जन अभियान चलाते हुए सरकार की नीतियों की पोल खोलो अभियान चलाने का निर्णय लिया। आशा कर्मीयों ने अपनी मांगो को लेकर 25 सितम्बर को जेल भरों आन्दोलन की घोषणा  और कहा की सरकार आशा कर्मीयों का जितना दमन करेगी आशा कर्मी अपने आन्दोलन को उतना ही तेज करेगी।