गोतस्कर से फिर हुई मुठभेड़!

भिवानी || गोतस्करों के साथ पुलिस और गोसेवकों की भिड़ंत हुई। गोतस्कर ने अपने ट्रक से न केवल पुलिस नाका तोड़ा बल्कि पुलिस कर्मचारियों और गोसेवकों पर भी ट्रक चढ़ाने का प्रयास किया। सभी बाल-बाल बचे। वहीं कालुवास गांव के पास पुल निर्माण कार्य होने से बंद रास्ते के कारण गोतस्कर का ट्रक कच्चे रास्ते में फंस गया।

भिवानी || गोतस्करों के साथ पुलिस और गोसेवकों की भिड़ंत हुई। गोतस्कर ने अपने ट्रक से न केवल पुलिस नाका तोड़ा बल्कि पुलिस कर्मचारियों और गोसेवकों पर भी ट्रक चढ़ाने का प्रयास किया। सभी बाल-बाल बचे। वहीं कालुवास गांव के पास पुल निर्माण कार्य होने से बंद रास्ते के कारण गोतस्कर का ट्रक कच्चे रास्ते में फंस गया। जिसके बाद पुलिस गोतस्कर को काबू कर लिया। जिसके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।महम गोरक्षा दल के सदस्यों ने भिवानी गोरक्षा दल के जिला प्रधान संजय परमार को सूचना दी कि गोवंश से भरा एक ट्रक महम से भिवानी की ओर आ रहा है। उन्होंने रूकवाने का प्रयास किया मगर चालक ने भगा लिया। वे भी उसका पीछा कर रहे है। जिसके बाद संजय परमार ने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचित किया। गुजरानी चौकी पुलिस ने मुख्य मार्ग पर नाका लगाया। गोवंश से भरे गोतस्कर ने ट्रक से पुलिस नाका तोड़ दिया और सीधे ही दौड़ा दिया। कालुवास गांव के पास पुल निर्माण चल रहा है। जिस कारण रास्ता बंद है। गोतस्कर ने अपने ट्रक को खेतों की ओर दौड़ाने का प्रयास किया। ट्रक कच्चे रास्ते में फंस गया। जिसके बाद पुलिस और गोसेवकों ने गो तस्कर को काबू किया। गुजरानी चौकी इंचार्ज की शिकायत पर पुलिस ने गोतस्कर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। गोतस्कर की पहचान उत्तर प्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर के खालाबार वासी अलीजान के रूप में हुई। ट्रक की जांच की तो उसमें 10 गाय और सात बछडे़ ठूंस-ठूंसकर भरे हुए थे। जिन्हें निकालकर गोशाला पहुंचाया गया।

गुजरानी नाका पर नाकाबंदी थी। तभी कन्ट्रोल रुम से सूचना मिली कि महम की ओर से गायों से भरा ट्रक आ रहा है। बैरीगेड सड़क पर लगा ट्रक को रोकने का इशारा किया तो वह नहीं रूका और कालुवास फाटक की ओर भगा ले गया। जिसके बाद उसका पीछा किया। वहां रास्ता बंद होने के कारण ट्रक चालक ने खेतों से भागने का प्रयास किया तो ट्रक मिट्टी में धंस गया। ट्रक का पीछा करते हुए गोसेवक भी पहुंच गए। ट्रक चालक के खिलाफ हरियाणा गो-संवर्धन एक्ट 2015, पशु क्रुरता अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।