अंबाला नगर निगम में बिल्डिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा...
अंबाला शहर नगर निगम में बिल्डिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा , लोगों ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर पर लगाए जानबूझकर परेशान करने और बार बार चक्कर कटवाए जाने के आरोप , मिडिया के पहुँचते ही एक घंटे में सभी के काम निपटाने का दावा करते दिखे बिल्डिंग इंस्पेक्टर।
अम्बाला (अंकुर कपूर) || मनोहर राज और शासन कम और सुशासन ज्यादा के दावों वाली सरकार के राज में अधिकारी इस कदर बेलगाम हो चुके हैं कि लोग कई कई दिन अपने कार्य करवाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटते रह जाते है , लेकिन उनके काम सिरे नहीं चढ़ते। इसी के चलते आज अंबाला शहर के नगर निगम में भी जनता का गुस्सा फुट पड़ा और लोगों ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ हल्ला बोल दिया। लोगों ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर पर कई तरह के आरोप लगाए और कहा कि यहाँ लोगों को परेशान करने के अलावा कुछ नहीं किया जाता।
अंबाला शहर नगर निगम के बिल्ड़िंग इस्पेक्टर के खिलाफ आज नगर निगम में लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। बीते एक एक माह से अपने अलग अलग कार्यों को लेकर निगम की बिल्डिंग ब्रांच के चक्कर काट रहे लोगों ने आज बिल्डिंग इस्पेक्टर पर कई तरह के आरोप लगाए और कहा कि नगर निगम में उन्हें सिर्फ परेशान किया जा रहा है। लोगो के आरोप है कि बिल्डिंग इसंपेक्टर कभी अपनी सीट पर नहीं बैठते और जब भी वो मिलते हैं तो काम कर देने की बात कहकर लोगों को टाल देते हैं लेकिन एक एक महीना बीत जाने पर भी साहब लोगों का काम करने की जहमत नहीं उठाते। लोगों ने आज निगम में बिल्डिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ जमकर हल्ला बोला और कहा कि उच्च अधिकारी भी मामले में संज्ञान नहीं लेते। लोगों का आरोप है कि निगम सभी तरह के टैक्स तो जनता से ले रहा है लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं दिया जाता।
लोगों को अक्सर टाल देने वाले या फिर चक्कर कटवाने वाले बिल्डिंग इंस्पेक्टर से जब मिडिया ने कैमरे के सामने सवाल पूछे तो साहब एक घंटे में सब लोगों के काम निपटा देने की बात कहने लगे। साहब अपनी ढीली कार्यप्रणाली को छुपाने के लिए दूसरे अधिकारीयों को सॉफ्टवेयर की जानकारी न होने की बात भी कहते दिखाई दिए। इतना ही नहीं एक एक माह से लोगों को चक्कर कटवा रहे बिल्डिंग इंस्पेक्टर आज मिडिया के कैमरों के सामने ये भी दावा करते दिखाई दिए आप यहीं मौजूद रहें और देखें कि एक घंटे में सभी का काम निपटा दिया जायेगा। यहाँ हमारा बिल्डिंग इंस्पेक्टर साहब से बस एक ही सवाल है कि मिडिया के पहुँचते ही आप एक घंटे में सबका काम निपटाने का दावा कर रहे हैं तो जनाब अगर काम महज एक घंटे का होता है तो लोगों को एक एक महीना या फिर 15-15 दिन चक्कर क्यों कटवाए जाते है।