जंतर मंतर पर शक्ति प्रदर्शन कर अहीरों ने भरी हुंकार ।
‘अहीर रेजिमेंट हक हमारा' के नारे के साथ आज देश भर के अहीर समाज के लोगों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की। बता दें इस धरना प्रदर्शन में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश सहित कई प्रदेशों के हजारों लोगों ने अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए हुंकार भरी।
Delhi (Riya Sharma) || ‘अहीर रेजिमेंट हक हमारा' के नारे के साथ आज देश भर के अहीर समाज के लोगों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की। बता दें इस धरना प्रदर्शन में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश सहित कई प्रदेशों के हजारों लोगों ने अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए हुंकार भरी।
इस अवसर पर संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि आने वाले 23 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में दोबारा से जन सैलाब उमड़ेगा और दिल्ली को जाम करते हुए अपनी ताकत का एहसास कराएंगे। वहीं उन्होंने कहा कि आने वाले 23 सितंबर को हमारे कंधों पर अहीर रेजिमेंट नाम होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अहीर रेजिमेंट के गठन की उनकी मांग बहुत पुरानी है। अगर सरकार ने उनकी मांग को नहीं मानी तो आने वाले समय में देश भर में प्रदर्शन किए जाएंगे।
वहीं संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव मनोज यादव ने कहा कि इस धरना प्रदर्शन में भाग लेने के लिए देशभर से अहीर समाज के हजारों लोग शामिल हुए हैं। वहीं उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके लोगों की सैकड़ों गाड़ियों को पुलिस प्रशासन ने दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया है। साथ ही संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के संस्थापक अरुण यादव ने बताया कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो आने वाले समय में संसद भवन के बाहर अहीरों की पंचायत आयोजित की जाएगी।
बता दें अहीर समाज के लोग पिछले काफी समय से भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग करते आ रहे हैं। इसी कड़ी में आज उन्होंने देश ही राजधानी में प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस धरना प्रदर्शन में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया।
अपने इस धरने के दौरान अहीर समाज के लोगों ने भले आगामी 23 मार्च को दोबारा से दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया हो लेकिन यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि केंद्र सरकार उनकी मांग को मानते हुए अहीर रेजिमेंट का गठन करेगी या नहीं।