गुरुग्राम में हिंसा के बाद अब खुलने लगी मोहब्बत की दुकान
वहीं इस मामले में कल्लू मियां जहाँ बेहद खुश नजर आ रहे थे तो वहीं कल्लू मियां ने योगिता और उनके साथ में आये अन्य लोगों को धन्यवाद कर कहा आज के दौर में ऐसी ही शुरुवात की जरूरत है जिससे कि गंगा जमुनी तहज़ीब को बचाया जा सके। दरअसल बीती 31 जुलाई की दोपहर बाद नूंह में हिंसा के बाद गुरुग्राम के कई हिस्सों में भी हिंसा भड़कने लगी थी। वहीं गुरुग्राम में अब हालात सुधरने लगे है।
गुरुग्राम || नूंह हिंसा के बाद जहाँ दंगो का आंच अब शांत होने लगी हैं तो वही दंगो में आगजनी तोड़फोड़ का शिकार हुए प्रवासी मुसलमानों के जख्मो पर मरहम लगाने का काम भी शुरू हो चुका है। ऐसे ही एक प्रवासी मुस्लिम है कल्लू मियां। जिनकी गद्दों की शॉप को दंगाइयों ने बीती 1 अगस्त की शाम आग के हवाले कर दिया था। वीडियो सोशल मीडिया पर जम कर वायरल हुआ और उसी वायरल वीडियो को देखा योगिता नाम की महिला ने उसी वक़्त ठान लिया की नफरत के इस माहौल में मोहब्बत की दुकान खोलने की जरूरत है। बस फिर क्या था योगिता ने न केवल कल्लू मियां की शॉप को फिर से गुलजार कर दिया बल्कि दुकान में गद्दों को भर कल्लू मियां की रोजी रोटी का साधन दे इंसानियत का परिचय दे दिया।
दरअसल योगिता गुरुग्राम में परी नाम का एनजीओ चलाती है और योगिता की माने तो दंगो जैसे हालात हमारे देश प्रदेश और गुरुग्राम के लिहाज से कतई ठीक नही है और समाज में फैली नफरत को केवल मोहब्बत से खत्म किया जा सकता है। वहीं इस मामले में कल्लू मियां जहाँ बेहद खुश नजर आ रहे थे तो वहीं कल्लू मियां ने योगिता और उनके साथ में आये अन्य लोगों को धन्यवाद कर कहा आज के दौर में ऐसी ही शुरुवात की जरूरत है जिससे कि गंगा जमुनी तहज़ीब को बचाया जा सके। दरअसल बीती 31 जुलाई की दोपहर बाद नूंह में हिंसा के बाद गुरुग्राम के कई हिस्सों में भी हिंसा भड़कने लगी थी। वहीं गुरुग्राम में अब हालात सुधरने लगे है। जिले भर में लगी धारा 144 के आदेशों को भी वापिस ले लिया गया है तो वहीं गुरुग्राम पुलिस ने भी आग जनी, तोड़फोड़ और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ कर हिंसा में लिप्त बदमाशों को उपद्रवियों को कड़ा सन्देश देने की कोशिश की है की किसी भी सूरत में गुरुग्राम की शांति व्यवस्था भांग करने वाले उपद्रवियों को बक्शा नहीं जायेगा।