आम आदमी पार्टी Vs बीजेपी, एक दुसरे पर हुए जमकर हमलावर।

आम आदमी पार्टी Vs बीजेपी, एक दुसरे पर हुए जमकर हमलावर।

Delhi  (Rakesh Kumar) राजनीति में आरोप- प्रत्यारोप का सिलसिला चलता ही रहता है जहां दो पार्टियों के नेता एक दूसरे पर आरोप लगाकर अपने आप को सही साबीत करते हैं लेकिन आज भारत की राजनीतिक में कुछ ऐसी हलचल मची है जो आप सभी को हैरान कर देगा और हम जिन पार्टियों की लड़ाई की बात कर रहें हैं उसे आप मसझ ही चुकें होंगें जी हां मैं बात आम आदमी पार्टी और बीजेपी की कर रहा हूं। गुजरात चुनाव भी नजदीक आ चुकें हैं और इन चुनावों के दरमियान यह दोनों पार्टी एक दूसरे पर जमकर हमलावर हैं, 
जैसा की आप सभी को पता है कि दिल्ली में शराब नीति पर बीजेपी आम आदमी पार्टी को घेरना का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है।

हाल ही में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सीबीआई का सिकंजा भी कसा था और अब बीजेपी नें आम आदमी पार्टी का एक स्टींग वीडियों जारी किया है। इस वीडियो में दिल्ली की नई आबकारी नीति के जरिए आम आदमी पार्टी और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर घोटाले का आरोप लगाया है. स्टिंग दिखाने के बाद संबित पात्रा ने आम आदमी पार्टी पर जमकर वार किए. उन्होंने दिल्ली सरकार को कट्टर भ्रष्टाचारी और बेवड़ी सरकार बताया. और कहा कि जब दिल्ली में केजरीवाल मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने दिल्ली की जनता से वादा किया था कि कोई भ्रष्टाचार करे तो आप उसका स्टिंग आॅप्रेशन कर लेना और हमें भेज देना।

आज वहीं हो गया, स्टिंग में जो दिखाया गया है उसमें एक बात तो साबित होती है जो लोग भ्रष्टाचार न करने की कसम खाते थे वहीं भ्रष्टाचारी बनकर सामने आए फिर क्या था थोड़ी देर के बाद  उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी प्रेस कांफ्रेंस करते हैं और बीजेपी पर जमकर हमलावर होते हैं कॉन्फ्रेंस के दौरान सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई के एक अधिकारी पर मुझे झूठे आबकारी मामले में फंसाने के लिए दबाव डाला गया। वह मानसिक दबाव नहीं सह सका और दो दिन पहले आत्महत्या कर ली। यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है, मैं बहुत आहत हूं। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि अधिकारियों पर इतना दबाव क्यों डाला जा रहा है। उन्हें इतना बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर क्यों किया जा रहा है। आप चाहें तो मुझे गिरफ्तार कर लें, लेकिन अपने अधिकारियों के परिवारों को ना उजाड़ें। 


वहीं बीजेपी के द्वारा जारी इस वीडियो और मनीष सिसोदिया के बातों में कितनी सच्चाई है यह तो कह पाना मुस्किल है, लेकिन आपको इस बात को समझना जरुर चाहिए की जिस पार्टी के मुख्यमंत्री शराब नीति के खिलाफ रहें हों वो मुख्यमंत्री बनते ही शराब का इतना ज्याद प्रचार प्रसार किया हो तो यहां उनपर एक प्रश्न चिन्ह जरुर खड़ा होता है कि आखिर क्यों? जिसे लेकर खुद उनके राजनीतिक गुरु रहे अन्ना हजारे भी उन्हें खरी खोटी सुना चुकें हैं।