भारत मुक्ति मोर्चा की ओर से एक महापंचायत आयोजित की गई
पूर्व सांसद राजकुमार ने कहा कि हमें आरक्षण नहीं चाहिए, हमे जनसंख्या के आधार हिस्सा चाहिए। अब ये देश संविधान और विधान से चलेगा। उन्होंनें बिना नाम लिए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन नेताओं ने सत्ता में रहकर पैसा एकत्रित किया, उन नेताओं को ईडी और सीबीआई के छापे के डर दिखाकर पैरों में जंजीर बांध दी है लेकिन राजकुमार सैनी और वामम मेश्रा डरने वाले नहीं हैं।
महेंद्रगढ़ || डॉ. भीमराव आंबेडकर भवन में मंगलवार को भारत मुक्ति मोर्चा की ओर से अनुसुचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग जाति की एक महापंचायत आयोजित की गई। इस मौके पर लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की जबकि अध्यक्षता भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम ने की। इस मौके पर दोनों ही नेताओं ने कहा कि उनकी लड़ाई वर्ण एवं जाति व्यवस्था के खिलाफ है। इसके लिए वो उनको जगाने आए हैं। प्रदेश में ब्राह्मणों के विरोध के बाद पूर्व सांसद अपने साथ सुरक्षा के लिए सोनीपत से जवान लेकर आए थे।
इस मौके पर पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने कहा कि देश में मात्र तीन प्रतिशत लोग (ब्राह्मण) ऊंचे- ऊंचे पदों पर बैठकर देश चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन तीन प्रतिशत लोगों ने वर्ण एवं जाति व्यवस्था में बांट दिया है। उन्होंने कहा कि मैं दिवाली, धनतेरस, करवा चौथ आदि का नहीं मानता। दिवाली की पूजन करने से लक्ष्मी नहीं आएगी, धन तेरस पर पूजन करने से कुछ नहीं होने वाला तथा करवा चौथ का व्रत से पति की आयु लंबी नहीं होने वाली। उन्होंने कहा कि ये सब अंध विश्वास है। ये सब ब्राह्मणों द्वारा फैलाया हुआ है। पूर्व सांसद राजकुमार ने कहा कि हमें आरक्षण नहीं चाहिए, हमे जनसंख्या के आधार हिस्सा चाहिए। अब ये देश संविधान और विधान से चलेगा। उन्होंनें बिना नाम लिए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन नेताओं ने सत्ता में रहकर पैसा एकत्रित किया, उन नेताओं को ईडी और सीबीआई के छापे के डर दिखाकर पैरों में जंजीर बांध दी है लेकिन राजकुमार सैनी और वामम मेश्रा डरने वाले नहीं हैं। ये बेड़िया उन लोगों के पैरों में पड़ेगी जिन्होंने ज्यादा कूड़ा एकत्रित किया है। उन्होंने कहा कि हमारे बीच कुछ काली भेड़ें हैं, पहले उनसे निपटना होगा, तब ही हम आगे बढ़ सकते हैं।